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Budget: आर्थिक सर्वेक्षण में 8.5 फीसदी तक जीडीपी का अनुमान, कोरोना काल में भी अर्थव्यवस्था के मजबूत संकेत

nirmala sitharaman

नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण बताता है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोरोना के बावजूद विकास के पैमाने अच्छे और मजबूत हैं। सर्वेक्षण के मुताबिक मौजूदा वित्तीय वर्ष में जीडीपी 8.3 से 8.5 फीसदी के बीच रहने की उम्मीद है। जबकि, रियल टर्म में इसके 9.2 फीसदी तक जाने का अनुमान लगाया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि किसान आंदोलन के बाद भी कृषि क्षेत्र में विकास की दर 3.9 फीसदी रह सकती है। यानी मौजूदा कारोबारी साल में कृषि उपज भी काफी रही।

आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि इंडस्ट्रियल सेक्टर में सबसे ज्यादा विकास हुआ है। कोरोना के दौरान इस क्षेत्र में कामगारों की लगन के नतीजे के तौर पर विकास दर 11 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। बता दें कि इंडस्ट्रियल सेक्टर में साल 2020-21 में माइनस 7 फीसदी की वृद्धि दर रही थी। सेवा क्षेत्र यानी सर्विस सेक्टर में मौजूदा कारोबारी साल में 8.2 फीसदी की ग्रोथ होने का अनुमान है। पिछले साल इस क्षेत्र में ग्रोथ रेट में 8.6 फीसदी की गिरावट देखी गई थी।

आर्थिक सर्वेक्षण कहता है कि महंगाई की दर के काबू में रहने का अनुमान है। हालांकि, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच इस बात पर सरकार कितना टिक पाती है, ये कहना अभी मुश्किल लग रहा है। इसके अलावा शेयर बाजार में लगातार बढ़ते निवेश पर सर्वेक्षण में संतोष जताया गया है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के बावजूद नवंबर 2021 तक आईपीओ के जरिए शेयर बाजार से 89 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा कंपनियों ने जुटाए हैं। जबकि, पिछले साल कम रकम शेयर बाजार में निवेश हुई थी। इसमें कहा गया है कि मैक्रो इकोनॉमिक स्टैबिलिटी इंडिकेटर बताते हैं कि अगले वित्तीय वर्ष में आने जा रही चुनौतियों का सामना करने में भारत की अर्थव्यवस्था पूरी तरह सक्षम है।

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