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Adani Group: अडानी ग्रुप में जारी कोहराम के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तोड़ी चुप्पी, जानें क्या कहा…

नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के निदेशक गौतम अडानी के दिन इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। पहले तो हिंडनबर्ग ने उनकी कंपनी की कलई खोली। हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप ने अपनी आर्थिक बदहाली को निवेशकों से छुपा कर रखा, ताकि निवेशकों के बीच उनके ग्रुप को लेकर किसी भी प्रकार की नकारात्मक छवि पैदा ना हो, लेकिन हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की कलई खोलकर रख दी। इसके बाद निवेशकों का भरोसा उनके ऊपर से टूटा। नतीजा यह हुआ कि शेयर मार्केट में अडानी ग्रुप से सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर में खासी गिरावट आई। निवेशकों ने अडानी ग्रुप से दूरी बना ली। आलम यह है कि अभी कोई भी निवेशक अडानी ग्रुप में निवेश करने से गुरेज कर रहे हैं।

उधर, इस पूरे मसले को लेकर सियासी मोर्चे पर भी उबाल है। संसद में बजट सत्र के दौरान विपक्षी दल केंद्र सरकार से उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है। बहरहाल, अब देखना होगा कि आगामी दिनों में सरकार इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले इस पूरे प्रकरण पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बड़ा बयान सामने आया है। आइए, आपको बताते हैं कि उन्होंने इस पर क्या कुछ कहा है।

आपको बता दें कि सबसे पहले तो उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस पूरे मामले में सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। पिछले पांच दिनों में एंटरप्राइजेज का टिकट 49.60 फीसद टूट गया। पहले भी एलआईसी और एसबीआई की ओर से इस पर बयान जारी किया जा चुका है, जिसमें स्पष्ट किया जा चुका है कि सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। ध्यान रहे कि एलआईसी और एसबीआई पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अडानी ग्रुप का एक्सपोजर उनके पास लिमिट में रहा है। हालांकि, इस संदर्भ में एलआईसी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, अडानी ग्रुप की तरफ से इस पूरे मालमे में 36,474.78 करोड़ रुपए का खुलासा हुआ है।

उधर, एसबीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि अडानी ग्रुप में जो कुछ भी हुआ है, उसका एसबीआई से कोई लेना-देना नहीं है। एसीबआई ने आगे अपने बयान में कहा कि इस वक्त एसबीआई दोहरी बैंकिंग बैलेंस सीट का सामना कर रहा है। इसके अलावा एनपीए में भी सुधार देखने को मिल रहा है। ध्यान रहे कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने उक्त बयान ऐसे वक्त में जारी किया है, जब वर्मतान में अडानी ग्रुप में कोहराम मचा हुआ है।

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