नई दिल्ली। भारत के उद्योगपति कारोबारी गौतम अडानी पर इन दिनों अमेरिकी कंपनी की एक रिपोर्ट सामने आने के बाद बड़े घाटे का खतरा मंडरा रहा है। लेकिन अब इस बारे में बैंकरों का कहना है कि अडानी समूह की उधारी संपत्तियों द्वारा सुरक्षित है, और समूह की कंपनियों के पास सेवा ऋणों के लिए आवश्यक नकदी प्रवाह है। उधारदाताओं का कहना है कि होल्डिंग कंपनी के सार्वजनिक निर्गम या शेयर की कीमतों में गिरावट के परिणाम से क्रेडिट गुणवत्ता अप्रभावित रहेगी। हालांकि, समूह ने अपने अंबुजा सीमेंट्स होल्डिंग्स का एक बड़ा हिस्सा गिरवी रखा है और शेयर की कीमतों में गिरावट की भरपाई के लिए विदेशी उधारदाताओं को सुरक्षा के रूप में नई इक्विटी की पेशकश करनी पड़ सकती है। 35,000 करोड़ रुपये के कर्ज के मुकाबले करीब 1 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति बताई गई है।
Gautam Adani : हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बीच बैंकरों का दावा, अडानी समूह का कर्ज नकदी प्रवाह संपत्ति द्वारा सुरक्षित
Gautam Adani : सीएलएसए की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्ज के मामले में अडानी समूह की शीर्ष पांच कंपनियों पर कुल 2.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। इसमें से केवल 40% ऋण भारतीय बैंकों के पास है - सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का 30% और निजी बैंकों का शेष 10% है। ये शीर्ष पांच कंपनियां अदानी पावर, अदानी ग्रीन, अदानी पोर्ट्स, अदानी एंटरप्राइजेज और अदानी ट्रांसमिशन हैं।
