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Finmin Report On GDP: दुनियाभर में डांवाडोल अर्थव्यवस्था के बीच कैसी है भारत की स्थिति? वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट ये कहती है

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नई दिल्ली। अमेरिका में 2 बैंक दिवालिया हो गए। जर्मनी में डॉयचे बैंक और स्विटजरलैंड में क्रेडिट सुइस पर मुसीबत आई हुई है। इन सबके बीच अपने देश के लिए अच्छी खबर है। वित्त मंत्रालय की तिमाही रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनियाभर में मंदी की सुगबुगाहट के बीच भारत की अर्थव्यवस्था बहुत बेहतर बनी हुई है। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 की तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी में 4.4 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी की। इससे जीडीपी 40.2 लाख करोड़ हो गई। जबकि, इससे पिछली बार ये तीसरी तिमाही में 38.5 लाख करोड़ रही थी। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट कहती है कि भारत की जीडीपी 2022-23 की दूसरी तिमाही में 6.3 फीसदी रही थी।

वित्त मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा कीमत के अनुसार 2021-22 की तीसरी तिमाही में जीडीपी का आकार 62.4 लाख करोड़ था। इस बार 69.4 लाख करोड़ है। यानी इसमें 11.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। ग्रॉस वैल्यू एडेड यानी जीवीए के बारे में बताया गया है कि ये 2022-23 की तीसरी तिमाही में 62.9 लाख करोड़ रही। जबकि, 2021-22 की तीसरी तिमाही में जीवीए 56.8 लाख करोड़ थी। यानी इसमें भी 10.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार कमजोर मैन्युफैक्चरिंग, मांग और निर्यात में कमी की वजह से घरेलू अर्थव्यवस्था पर दबाव जरूर है।

इससे पहले कई बार दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के आंकड़े आए थे। इनमें बताया गया था कि भारत की अर्थव्यवस्था सभी बड़े देशों से ज्यादा रही है। यहां तक कि चीन, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश भी जीडीपी के आंकड़ों में भारत से पीछे थे। अब वित्त मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट बता रही है कि तमाम दिक्कतों के बाद भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। मांग में तेजी और मैन्युफैक्चरिंग में बढ़ोतरी होने से ये आने वाले दिनों में और बेहतर हो सकती है।

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