नई दिल्ली। अडाणी ग्रुप की सालाना आम बैठक (एजीएम) में चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश की तरक्की सारी दुनिया के सामने है। आने वाले समय में अब भारत का मेन फोकस इन्फ़्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर है। इस दौरान, कंपनी के चेयरमैन ने पिछले साल अडाणी ग्रुप को लेकर जारी की गई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और उसके बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट का भी जिक्र किया। गौतम अडाणी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में मजबूती से खड़े रहने की क्षमता ही सफलता का असली पैमाना है और हमने यह कर दिखाया। अडाणी ग्रुप इस बुरे दौर का सामना करते हुए पहले से ज्यादा मजबूत बनकर उभरा। इससे यह साबित हो गया कि कोई भी चुनौती हमारी नींव को कमजोर नहीं कर सकती।
#WATCH | Adani Group Chairman Gautam Adani addresses shareholders during the annual general meeting of Adani Enterprises Ltd
He says, “We were faced with baseless accusations
made by a foreign short seller that questioned our decades of hard work. In the face of an unprecedented… pic.twitter.com/2Pj4hNxdgN— ANI (@ANI) June 24, 2024
ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि साल 2024 अडाणी एंटरप्राइजेज के लिए मील का अहम पत्थर है। हमारा सबसे अच्छा प्रदर्शन अभी बाकी है और मुझे विश्वास है कि हम करके दिखाएंगे। बैठक को संबोधित करते हुए गौतम अडाणी ने कहा कि मैं बनासकांठा के रेगिस्तान में पला-बढ़ा और दृढ़ता का मूल्य सीखा। मैंने अपनी शिक्षा अपनी मां से ली है। उन्होंने कहा कि अडाणी समूह तीन मूलभूत सिद्धांतों साहस, भरोसा और उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता पर आधारित है।
अडाणी ने हिंगनबर्ग पर निशाना साधते हुए कहा कि शॉर्ट सेलर की तरफ से हमारे समूह को नुकसान पहुंचाने, और हमारी मार्केट वैल्यू को कम करने के लिए झूठी रिपोर्ट तैयार की गई थी, जिसे मीडिया के एक वर्ग ने आगे बढ़ाया था। अडाणी ग्रुप यह प्रहार उस समय किया गया जब हम फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) ला रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक के सबसे बड़े एफपीओ के जरिए 20 हजार करोड़ रुपए जुटाने के बावजूद, हमने उन पैसों को निवेशकों लौटा दिया क्योंकि हमारे लिए निवेशकों का भरोसा और उनका हित सबसे पहले है।