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Shark Tank: ऑडियन्स की आंखों में धूल झोंक रहे ‘शार्क्स’ ?, शो में किए बड़े बड़े वादे..अब डील में कर रहे आनाकानी

नई दिल्ली। शार्क टैंक इंडिया भले ही अब खत्म हो चुका है लेकिन यह शो एक बार फिर से लाइम लाइट में आ गया है। इसका कारण कुछ और नहीं बल्कि एक यूजर की तरफ से ट्विट करके शार्क्स पर गंभीर आरोप लगाए गए है। उनके ट्विट के अनुसार शार्क टैंक के जज लोगों की आंखों में धूल झोकने का काम कर रहे है। साथ ही अपने वादा को पूरा नहीं कर रहे हैं वो वादा जो उन्होंने शार्क टैंक के शो में लिया था। यह इल्जाम एक यूजर की तरफ से नहीं हैं बल्कि कई लोगों की यही शिकायत हैं। तो चलिए जानते हैं कि आखिर शार्क टैंक के जज पर किस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं।

कॉन्टेंट क्रिएटर अनमोल शर्मा ने किया ट्वीट

दरअसल, कॉन्टेंट क्रिएटर अनमोल शर्मा ने शार्क टैंक पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने 10 जून को अपने ट्विटर हैंडल पर कई ट्विट किए है जिसमें उन्होंने शार्क टैंक के ऊपर आरोप लगाए है। शार्क टैंक के दो सीजन अब तक आ चुके हैं औऱ दोनों ही सीजन को लोगों ने खूब पसंद किया। शो में करोड़ों की बिजनेस डील्स के दावे किए गए लेकिन इस बीच कुछ खबरें ऐसी आईं जिन्होंने इस शो पर सवाल खड़े कर दिए। मसलन, डील में देरी और टालमटोल वाला रवैया अपनाने को लेकर बीते दिनों भारतपे के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर ने भी शार्क टैंक के शार्क्स को डॉल्फिन करार दे दिया था। तो चलिए इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमें बिजनेस न्यूज वेबसाइट मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट और इसी महीने कॉन्टेंट क्रिएटर अनमोल शर्मा के किए गए एक खुलासे पर नजर प्रकाश डालनी होगी।

अनमोल शर्मा ने अपने ट्विट पर लिखा कि अब मैं फ्रस्ट्रेट और टूट चुके शार्क टैंक इंडिया कंटेस्टेंट्स की कहानी आपके सामने रखने जा रहा हूं। अनमोल शर्मा कहते हैं कि, “इन कंटेस्टेंट्स की पिच सबसे ज्यादा कम्पेलिंग और आकर्षक थी। उन्हें नेशनल टेलिविज़न पर फंडिंग का वादा किया गया, लेकिन शार्क्स ने एक पैसा नहीं दिया है।”

अनमोल ने आगे लिखा

अनमोल ने आगे लिखा जून से लेकर जुलाई के बीच शार्क टैंक के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होता है। फिर एप्लिकेशन के बाद फिल्टर किए गए कंटेस्टेंट्स अगस्त से नवंबर के बीच अपनी पिच शार्क्स से सामने प्रेजेंट करते हैं। दिसंबर से जनवरी के बीच सोनी टीम अपना पोस्ट प्रोडक्शन रैप अप करती है और शार्क टैंक को ऑन एयर करने के लिए तैयार करती है। अनमोल आगे कहते हैं कि अगर कंटेस्टेंट को अगस्त से नवंबर तक के बीच की फंडिंग का वादा किया गया तो फिर उन्हें अभी तक फंडिंग मिली क्यों नहीं।
अनमोल ने आगे लिखा आप जानते हैं, शार्क टैंक शार्क और सोनी नेटवर्क को अधिक लाभ पहुंचा रहा है, वे आकर्षण और टीआरपी हासिल करने के लिए उद्यमशीलता गतिविधियों को नाटकीय बनाना चाहते हैं, जो बदले में शार्क को सामाजिक मान्यता हासिल करने और अपने खुद के ब्रांड को आगे बढ़ाने में मदद करता है।

कंटेंट क्रिएटर ने आगे लिखा इस रिपोर्ट के मुताबिक, शार्क टैंक इंडिया सीजन 2 में डील हासिल करने वाले कई फाउंडर्स ने आरोप लगाया कि शार्क डील करने में काफी देरी कर रहे हैं…12 फाउंडर्स ने मनीकंट्रोल को कहा है कि उनमें से किसी को भी फंड नहीं मिला है…शार्क नियमों और वैल्यूएशन को लेकर मोलभाव भी कर रहे हैं…इससे डील होने में ज्यादा समय लग रहा है और कुछ डील तो सिरे ही नहीं चढ़ सकीं…शार्क टैंक के दूसरे सीजन के एक कंटेस्टेंट यानी फाउंडर ने शो के एक जज यानी शार्क और शादी डॉटकॉम के फाउंडर अनुपम मित्तल से एक डील हासिल की…लेकिन 10 महीने के बाद पहले से तय फंडामेंटल्स को लेकर मतभेद हो गए और उनके कारोबार को कमजोर बता दिया गया…

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