मुंबई। दुनियाभर के शेयर बाजारों की तरह गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। दोपहर 2 बजे सेंसेक्स में 961.78 अंक की गिरावट थी और ये 79220.42 अंक पर था। जबकि निफ्टी में 251 अंकों की गिरावट थी और ये 23950 अंक पर बना हुआ था। शेयर बाजार में ये गिरावट इसलिए हुई क्योंकि अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में एक बार फिर 25 बेसिस प्वॉइंट की कमी कर दी। इस साल फेडरल रिजर्व ने 3 बार ब्याज दर में कटौती की है और कहा है कि अगले साल 2 बार और कटौती की जा सकती है। फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती से विदेशी शेयर बाजारों में भी गिरावट थी और इसका मुंबई के शेयर बाजार पर भी बड़ा असर पड़ा।
मुंबई शेयर बाजार में गुरुवार को हुई गिरावट से निवेशकों के 6 लाख करोड़ से ज्यादा स्वाहा होने की जानकारी सामने आ रही है। बीते कुछ महीनों से शेयर बाजार में उठापटक की स्थिति बनी हुई है। कभी शेयर बाजार ऊंचाई पर जाता है, तो अगले ही दिन गिरावट भी देखी जाती है। अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के मद्देनजर शेयर बाजार में कारोबार प्रभावित होता है। रूस और यूक्रेन का युद्ध भी जारी है। वहीं, पश्चिम एशिया में भी सीरिया में बशर अल-असद सरकार के पतन के बाद हालात और गंभीर हुए हैं। दुनिया में महंगाई भी काफी है। इन सब घटनाओं का असर शेयर बाजार पर पड़ रहा है।
भारतीय शेयर बाजार हालांकि इस साल की शुरुआत से अक्टूबर तक औसतन अच्छा ही कारोबार करता रहा है। इससे निवेशकों का फायदा भी हुआ, लेकिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट जैसे मामलों की वजह से बीच-बीच में निवेशकों को झटके भी लगते रहे। शेयर बाजार के बीते कुछ दिन के कारोबार पर नजर डालें, तो विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी एफआईआई ने बुधवार को 1316.81 करोड़ के शेयर बेच दिए थे। बुधवार को सेंसक्स में 502.25 और निफ्टी में 137.15 अंक की गिरावट देखी गई थी। पिछले 4 दिन की बात करें, तो शेयर बाजार में गिरावट का दौर देखा जा रहा है। इससे निवेशकों को 12 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है।