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Chanda Kochhar: सोनिया गांधी के बाद भारत में सबसे ताकतवर महिला थीं, जानिए कौन हैं चंदा कोचर और क्यों सीबीआई ने किया है गिरफ्तार

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नई दिल्ली। सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। चंदा कोचर और दीपक की गिरफ्तारी वीडियोकॉन लोन केस में हुई है। चंदा कोचर पर गिरफ्तारी की तलवार साल 2018 से ही लटक रही थी। चंदा कोचर महज एक आरोपी नहीं हैं, इस देश की महिलाओं को तरक्की की राह बताने वाले एक दौर में चंदा का उदाहरण देते रहे हैं। चंदा कितनी ताकतवर थीं और उनकी उपलब्धि कितना मायने रखती थी, इसका ये ही उदाहरण है कि ‘फोर्ब्स’ पत्रिका ने उनको दुनिया की 100 ताकतवर और भारत में सोनिया गांधी के बाद दूसरी ताकतवर महिला तक बताया था।

चंदा कोचर और आईसीआईसीआई बैंक जैसे एक दूसरे का पर्याय बन गए थे। आईसीआईसीआई बैंक को मौजूदा सर्वश्रेष्ठ बैंकों में शुमार कराने के लिए चंदा कोचर का नाम लिया जाता है। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े आईसीआईसीआई बैंक की वो सीईओ रही हैं। चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई को 1984 में 27 साल की उम्र में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी ज्वॉइन किया था। तब आईसीआईसीआई ने बैंकिंग का काम शुरू नहीं किया था। 1990 के दशक में कंपनी ने बैंकिंग शुरू की और उसके बाद से ही चंदा कोचर लगातार तरक्की करती रहीं। 10 साल में वो असिस्टेंट जनरल मैनेजर बनीं। फिर अगले 10 साल में वो डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर भी आईसीआईसीआई में बन गईं।

चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई के अंतरराष्ट्रीय कारोबार को भी संभाला। फिर सीएफओ यानी चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर के पद पर रहीं। चंदा कोचर 2009 में आईसीआईसीआई की सीईओ बनी थीं। भारत में किसी बैंक में इससे पहले किसी महिला ने इतना बड़ा ओहदा नहीं संभाला था। उनके नेतृत्व में बैंक ने उत्कृष्ट रिटेल बैंकिंग का पुरस्कार भी तीन साल तक जीता था। साल 2018 में एक गुमनाम व्यक्ति ने चंदा कोचर की शिकायत की। एक मीडिया ग्रुप ने इस शिकायत की पड़ताल की। आरोप लगा कि चंदा कोचर ने वीडियोकॉन ग्रुप को 3250 करोड़ का लोन दिया और बदले में पति दीपक कोचर को फायदा दिलाया। सीबीआई ने तभी केस दर्ज किया। केस दर्ज होने के बाद चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया था। अब वो पति समेत गिरफ्तार हो गई हैं।

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