नई दिल्ली। रतन टाटा की मृत्यु के बाद उनके सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट की कमान सौंप दी गई है। वहीं टाटा परिवार के एक और नाम की भी आजकल काफी चर्चा हो रही है, यह नाम माया टाटा का है। नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन चुने जाने से पहले रतन टाटा के उत्तराधिकारी के रूप में जिन नामों पर कयास लगाया जा रहा था उसमें एक नाम माया टाटा का भी था। भले ही माया टाटा को रतन टाटा का उत्तराधिकारी न बनाया गया हो मगर टाटा ग्रुप में वो अहम जिम्मेदारी निभा रही हैं। माया टाटा, ट्रस्ट के नए चेयरमैन नोएल टाटा की छोटी बेटी हैं। माया टाटा ने रतन टाटा के मार्गदर्शन में ही अपने करियर की शुरुआत की थी।
माया शुरू में टाटा अपॉर्चुनिटीज फंड से जुड़ी रहीं। टाटा ग्रुप का टाटा नियो ऐप लॉन्च करने में भी माया की भूमिका बहुत ही अहम मानी जाती है। इसके बाद जब टाटा अपॉर्चुनिटीज फंड को बंद कर दिया गया, तो फिर माया टाटा ने ग्रुप के डिजिटल कारोबार के साथ जुड़ गईं। एजुकेशन की बात करें तो माया टाटा ब्रिटिश बिजनेस स्कूल और बेयस बिजनेस स्कूल से पढ़ी हुई हैं। उनके पास वारविक यूनिवर्सिटी की भी डिग्री है। माया टाटा की एक बड़ी बहन और एक भाई भी है।
माया की बहन का नाम लिया टाटा है जो ग्रुप के होटल इंडस्ट्री का कारोबार संभाल रही हैं। लिया को हाल ही में इंडियन होटल्स के गेटवे ब्रांड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं नेविल टाटा की बात करें तो वो 2016 से ट्रेंट के साथ जुड़े हैं और स्टार बाजार के प्रमुख हैं। टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन नोएल टाटा के तीनों ही बच्चे लाइम लाइट से दूर रहते हैं। आपको बता दें कि 9 अक्टूबर की रात रतन टाटा की मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।