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Uttar Pradesh Corona: कोरोना से जंग में यूपी की रिकवरी रेट देख आप भी कहेंगे- ‘वाह योगी जी वाह!’

CM yogi Namsate

नई दिल्ली। कोरोना से वैसे तो जंग सारी दुनिया लड़ रही है, भारत में भी कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ते देखे गए। हालांकि पिछले कुछ दिनों से देश में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट भी देखी जा रही है। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि,कोरोना के 53,370 नए मामले सामने आए हैं और कुल मामले 78 लाख 14 हजार 682 हो गए हैं। वहीं पिछले एक दिन में 650 नई मौतों के बाद कुल मौतें 1,17,956 हो गईं। पिछले 24 घंटे में 14,829 की कमी के बाद कुल सक्रिय मामले 6,80,680 हो गए। 67,549 नए डिस्चार्ज के साथ ठीक हुए मामले 70,16,046 हो गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनसंख्या वाले राज्य की बात करें तो सूबे में कोरोना के मामलों पर राज्य सरकार ने बेहतर तरीके से कंट्रोल किया है। बता दें कि यूपी में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2,277 नए मामले सामने आए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 27,681 हो गई है।

वहीं अगर यूपी में कोरोना से हो रही रिकवरी रेट पर गौर करें तो पता चलता है कि आखिर योगी सरकार ने किस तरह अधिक आबादी वाला राज्य होने के बाद भी कोरोना के प्रसार पर लगाम लगाई है। शनिवार को यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी दी कि, कोरोना वायरस से ठीक होकर डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या 4,33,703 हो गई है। कोविड रिकवरी दर 92.62% हो गई है।

उन्होंने जांच को लेकर कहा कि, कोरोना से अब तक कुल 6,854 लोगों की मृत्यु हो गई है। कल प्रदेश में 1,51,740 सैंपल्स की जांच की गई। अब तक कुल 1,39,08,303 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है।

वहीं पूरे देश की बात करें तो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी दी कि, भारत में लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 7 लाख से कम हैं। कोरोना वायरस के सक्रिय मामले कुल पॉजिटिव मामलों के 8.71% हैं।

फिलहाल रिवकरी रेट को लेकर देखें तो देश में आंध्र प्रदेश ने भी कोरोना वायरस से लड़ाई में एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। राज्य में बुधवार को अब तक का सबसे ज्यादा रिकवरी रेट 95% देखने को मिला। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने मई के बाद इस तरह की सफलता अपने नाम की है। इससे पहले केरल में भी हालात बेहतर होते देखे गए थे लेकिन अचानक मामले तेजी से बढ़ने के साथ वह आंध्र जैसा मुकाम हासिल करने से चूक गया।

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