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Havoc Continues: लगातार बढ़ रहे हैं ओमिक्रॉन के मरीज, विशेषज्ञ ने अब दी ये चेतावनी

Coronavirus

नई दिल्ली। देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीजों की तादाद बढ़ने का सिलसिला तेज हो गया है। शनिवार रात तक राजस्थान में इस वैरिएंट के 21, महाराष्ट्र में 2, केरल में 1, तेलंगाना में 3, गुजरात में 6 और कर्नाटक में 7 नए केस मिलने के साथ ही देश में ओमिक्रॉन के मरीजों की कुल संख्या भी बढ़कर 450 के करीब जा पहुंची है। अब तक कुल ओमिक्रॉन मरीजों की बात करें, तो ये वैरिएंट 17 राज्यों में पहुंचा है। इनमें से महाराष्ट्र में 110 केस आए। जबकि, दिल्ली में 79, गुजरात और राजस्थान में 43-43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मरीज अब तक मिल चुके हैं।

हालात किस कदर संगीन हैं, ये इसी से पता चलता है कि केरल में कोरोना के लिए बनी विशेषज्ञ समिति के मेंबर टीएस अनीस ने कहा है कि अगले 3 हफ्ते में ओमिक्रॉन के मरीजों की तादाद 1000 हो सकती है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने चेताया है कि भारत में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के केस तमिलनाडु से आ सकते हैं। उन्होंने कहा है कि मरीजों की तादाद इतनी तेजी से बढ़ेगी कि तैयारी के लिए शायद सरकार को वक्त तक नहीं मिलेगा। इससे साफ हो गया है कि 3 गुना तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर किस तरह सावधानी बरतने की जरूरत है।

अब आपको बताते हैं कि ओमिक्रॉन का प्रसार रोकने के लिए राज्यों ने किस तरह इंतजाम किए हैं। यूपी और हरियाणा सरकारों ने बीते कल से नाइट कर्फ्यू लागू किया है। गुजरात में पहले से ही अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, गांधीनगर, भावनगर, जामनगर और जूनागढ़ में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। मध्यप्रदेश सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू का एलान किया है। महाराष्ट्र सरकार ने धारा 144 लागू करवाई है। शादियों में इंडोर हॉल में 100 और खुली जगह में 250 लोग ही रह सकेत हैं। जिम, स्पा वगैरा 50 फीसदी क्षमता के साथ खुल सकते हैं। बीएमसी ने किसी भी बंद या खुली जगह पर नए साल का जश्न मनाने पर रोक लगाई है। इस बीच, केंद्र की ओर से केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, यूपी, बिहार, झारखंड और पंजाब में टीमें तैनात की गई हैं। जबकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोगों से जल्द टीका लगवाने की अपील की है। बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान करने वाली दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर एंजेलिक कोएत्जी ने कहा है कि वैक्सीन लगवाने वालों को ही इस वैरिएंट से बचाया जा सकता है।

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