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Omicron Scare: आज उच्चस्तरीय बैठक करेंगे PM मोदी, ओमिक्रॉन के मरीज बढ़कर हुए 250

नई दिल्ली। कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट देश में तेजी से पैर पसार रहा है। इस वैरिएंट के अब तक 15 राज्यों में 250 मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय हालांकि इनकी संख्या 213 ही बता रहा है। अच्छी बात ये है कि इनमें से 90 मरीज बिल्कुल ठीक हो चुके हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन मरीज हैं। यहां उनकी संख्या 65 है। पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य में विदेश से लौटे दो शख्स ओमिक्रॉन संक्रमित पाए गए हैं। इससे पहले यहां ओमिक्रॉन का एक मरीज मिला था। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी आज सुबह करीब सवा 11 बजे उच्चस्तरीय बैठक करने वाले हैं। इसमें वो अफसरों से बात करके आगे की रणनीति तय करेंगे। केंद्र सरकार ने पहले ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर नाइट कर्फ्यू लगाने और अन्य कड़े कदम उठाने के लिए कह चुका है। गुजरात ने तो 8 शहरों में रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा भी दिया है। वहीं, दिल्ली सरकार ने क्रिसमस और नए साल की पार्टियों पर रोक लगा दी है।

उधर, पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि अगले महीने से हर सरकारी कर्मचारी को वैक्सीन लेने का सर्टिफिकेट देना होगा। बगैर सर्टिफिकेट के तनख्वाह नहीं दी जाएगी। सरकार ने कहा है कि पंजाब सरकार के जॉब पोर्टल पर ये सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा। टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से पंजाब की चन्नी सरकार ने ये फैसला किया है। वहीं, हरियाणा भी वैक्सीन के मामले में सख्त होता नजर आ रहा है। हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं ली हैं, उन्हें 1 जनवरी से सार्वजनिक जगहों पर जाने की मंजूरी नहीं मिलेगी।

वैसे देखा जाए तो, देश में कोरोना के अन्य मामले बढ़ रहे हैं। बुधवार को देश में कोरोना के 6317 मरीज मिले। जबकि, 318 मरीजों ने जान गंवाई। नए मरीजों का ये आंकड़ा मंगलवार के मुकाबले 18 फीसदी से ज्यादा है। उधर, आईआईटी विशेषज्ञों ने कहा है कि फरवरी में ओमिक्रॉन की वजह से तीसरी लहर आ सकती है। आईआईटी कानपुर और हैदराबाद ने अपने सूत्र मॉडल के जरिए ये भविष्यवाणी की है। उनका कहना है कि पीक के दौरान हर रोज डेढ़ लाख से पौने दो लाख के करीब मरीज मिल सकते है। दोनों आईआईटी के प्रोफेसरों का कहना है कि मार्च में फिर मरीज कम होने शुरू हो जाएंगे।

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