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तबलीगी मरकज : दिल्ली के निजामुद्दीन से यूपी आए लोगों की लिस्ट बनाकर यूपी पुलिस ने शुरू की तलाश

Tablighi markaj up police

नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन में 13 मार्च से 15 मार्च तक लगभग 2000 लोगों की धार्मिक बैठक तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों की जानकारी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के अठारह जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस जमात में हिस्सा लेने वाले तेलंगाना के छह लोगों की मौत हो गई। उन सभी का कोरोनावायरस परीक्षण पॉजिटिव निकला था।

गौरतलब है कि 13-15 मार्च को करीब 2000 लोग इकट्ठा हुए और 16 मार्च को दिल्ली सरकार ने 50 से ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 24 मार्च को पूरे देश में पीएम मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा की थी।

फिर 27 मार्च को जब पूरे दिल्ली-एनसीआर से निकलने का रास्ता नही बचा था तब तबलीग जमात ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को एक पत्र लिखकर बताया कि तबलीग जमात के 1200 लोग मरकज में फंसे हुए हैं। पत्र में मांग की गई थी कि वहां जमा लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को फॉलो नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए उन्हें इजाजत दी जाय कि वो छोटे-छोटे ग्रुपों में बंटकर दिल्ली की अलग-अलग मस्जिदों में जा सकें। साफ है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार की तरफ से की गई किसी भी अपील को इन लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया।

अब इन लोगों से बाकी लोगों को खतरा बना हुआ है, ऐसे में इनमें से जो लोग निज़ामुद्दीन से यूपी पहुंचे हैं उनको लेकर लिस्ट बनाई गई है जिसमें उनके नाम और मोबाइल नंबर और जिले लिखे हुए हैं। इन सबकी यूपी पुलिस तलाश शुरू कर चुकी है।

एसपी क्राइम अजय शंकर राय के अनुसार, हाई अलर्ट पर रखे गए इन जिलों के पुलिस प्रमुखों को दिल्ली में बैठक में भाग लेने वालों की पहचान करने और उनकी मेडिकल जांच करवाने के लिए कहा गया है। साथ ही उन्हें मंगलवार शाम तक रिपोर्ट सौंपने के लिए भी कहा गया है।

इसके चलते गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, हापुड़, बिजनौर, बागपत, वाराणसी, भदोही, मथुरा, आगरा, सीतापुर, बाराबंकी, प्रयागराज, बहराइच, गोंडा और बलरामपुर जिलों में खासी सतर्कता बरती जा रही है। राज्य सरकार को तब्लीगी जमात में भाग लेने वालों की एक सूची मिली है। इस बैठक में भाग लेने वाले लगभग 250 सदस्यों में कोरोनावायरस के प्रारंभिक लक्षण दिखे हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और उन लोगों पर नजर रख रहे हैं जो इस जमात में शामिल हुए थे। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं कि इसके कारण कोरोना के मामलों में कोई तेजी न आए।”

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