नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के एग्जामिनेशन फॉर्म भरने की तिथि 10 मई करने और परीक्षा तिथि को एक महीने तक स्थगित करने की मांग की जा रही है। शिक्षक संगठन, दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (DTA) और छात्र संगठन सीवाईएसएस विश्वविद्यालय के कार्यवाहक वाइस चांसलर प्रोफेसर पी.सी. जोशी को अपनी इस मांग से अवगत कराया है। शिक्षक संगठन के मुताबिक एसओएल नॉन कॉलेजिएट वीमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) की छात्राओं के परीक्षा परिणाम अपडेट्स न होने के कारण व दिल्ली में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आगामी परीक्षा को स्थगित करने की मांग की गई है।
डीटीए के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि एसओएल और नॉन कॉलेजिएट ( एनसीवेब ) की 25 फीसदी छात्राओं के परीक्षा परिणाम अपडेट्स न होने के कारण विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया लिंक न खुलने से अपना एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पा रही हैं। इसके अलावा वे छात्राएं जिनका बीए, बी. कॉम पास करने के पश्चात किसी विषय का पेपर रह गया तो ऐसी छात्राओं का भी फॉर्म भरने का लिंक नहीं खुल रहा है। विश्वविद्यालय ने अभी भी कुछ छात्रों, छात्राओं का परीक्षा परिणाम अपडेट्स नहीं किया है जिससे उनका लिंक नहीं खुल रहा है ।
डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि कोविड19 जैसी महामारी के मद्देनजर शिक्षण संस्थान बंद हैं। जिन छात्राओं की आईडी गलत दिखा रहा है या उनका परीक्षा परिणाम अपडेट्स नहीं है वह तृतीय वर्ष की छात्राएं अपना एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पा रही हैं। साथ ही प्रथम व द्वितीय वर्ष के बचे हुए पेपर्स का लिंक भी नहीं खुल रहा है जिसको लेकर छात्र-छात्राएं परेशान हैं। उन्होंने बताया है कि उनके पास हर रोज 30 से 40 फोन छात्राओं व उनके अभिभावकों को आ रहे हैं, एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भरे जाने को लेकर उनमें गहरा असंतोष व्याप्त है।
छात्र संगठन सीवाईएसएस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रमणि देव ने बताया है कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव के कारण छात्रों में दहशत व तनाव बना हुआ है। साथ ही 18 वर्ष से ऊपर के छात्रों को अभी तक वैक्सीन का टीका लगाया नहीं गया है। उनका कहना है कि दिल्ली से बाहर के छात्रों के फोन आ रहे हैं कि उनका रिजल्ट अपडेट्स नहीं होने से एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भरा जा रहा है। देव का कहना है कि बहुत से छात्रों ने अभी भी अपनी फीस जमा नहीं कराई है, इनमें बहुत से ऐसे छात्र है जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है।
देव ने वाइस चांसलर को लिखा है कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए तथा दिल्ली विश्वविद्यालय में कोरोना के हर रोज बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए 16 मई से शुरू हो रही परीक्षा को एक महीने तक स्थगित किया जाए। साथ ही उन्होंने कॉलेज खुलने से पहले सभी छात्रों को वैक्सीन का टीका लगवाने की मांग की ताकि छात्र सुरक्षित रहे।