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JEE Main 2022: ‘आंसर की’ में दिखे अलग-अलग नंबर, तो छात्र ने दिल्ली हाई कोर्ट में कराया केस दर्ज

नई दिल्ली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने सोमवार को जेईई मेन (JEE Main) सेशन 2 परीक्षा के रिजल्ट घोषित कर दिये। कुछ दिन पहले ही एनटीए ने सेशन 2 परीक्षा के आंसर की को भी जारी किया था। हांलाकि एनटीए दावा करती रही है कि परीक्षाओं को बिना किसी व्यव्धान और कठिनाई के पूरा कर लिया गया लेकिन छात्र व इंजीनियिंग उम्मीदवारों की बात सुनें तो एक्जाम सेंटर से लेकर मार्किंग तक, हर स्तर पर उन्हें बाधा और मुसीबतों का सामना करना पड़ा। एनटीए के इस लापरवाह और ढ़ीले-ढ़ाले संचालन से परेशान होकर आदित्य मित्तल नामक छात्र ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और मामले में दखल देने की गुहार लगाई। दरअसल, एनटीए ने जब 3 अगस्त को जेईई मेन (JEE Main) सेशन 2 परीक्षा का प्रोवीजनल आंसर की जारी किया तो उसमें कई त्रुटियां थीं। पहले तो सवाल नंबर 401 में जवाब D दिखाया फिर रातों रात उसी सवाल का जवाब C में बदल गया। किसी सवाल के जवाब में लिखा था कि उम्मीदवार ने इस सवाल को हाथ ही नहीं लगाया, जबकि ऐसा नहीं था। एनटीए के इस ‘गैर-जिमम्दाराना’ उत्तर कुंजी से परेशान होकर छात्र के पिता विवेक मित्त्ल ने हाई कोर्ट में अर्जी लगा दी और जल्द सुनवाई की मांग की। उम्मीदवार आदित्य मित्तल के पिता का कहना है कि एक नहीं बल्कि कम से कम 15 सवालों में जवाब ऐसे थे जिसको लेकर उनके बेटे ने आप्त्ति जताई और एनटीए के ‘आंसर की’ को गलत ठहराया।

आदित्य मित्तल के पिता ने बयां किया दर्द

आदित्य के पिता विवेक मित्तल ने एनटीए के कैंडिडेट रेस्पॉंस शीट का जिक्र करते हुए कहा कि जब हमने ‘आंसर की’ देखा तो पहले तो हमें देखने के लिए लाखों कोशिश करने पड़े और फिर जब देर रात देख पाये, तो हमारे होश उड़ गये। उन्होंने बताया के एनटीए ने एक ही उम्मीदवार के लिए दो रिस्पॉन्स शीट जारी कर दिया जो कि केवल गलत ही नहीं बल्कि बच्चों के मानसिक संतुलन के लिए भी खतरा है।

अपने बेटे की मुसीबत को बयां करते हुए विवेक मित्तल ने बताया, “3 अगस्त को आंसर की जारी हुआ लेकिन हम रात तक ही इसे देख पाये क्योंकि एनटीए की वेटसाईट पहुंचना बहुत मुश्किल था। जब अगले दिन फिर हमने चेक किया तो नंबर और जवाब ही बदल गया।”
उन्होंने कहा रात में कुछ सवालों का जवाब D था जबकि सुबह में उसी की लिखा था कि उम्मीदवार ने सवाल को छुआ ही नहीं। जानकारी हो कि कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए उम्मीदवार को किसी अंतरिम राहत से इनकार कर दिया लेकिन साथ ही व्यवस्थापकों को नोटिस जारी करते हुए 4 सप्ताह में जवाब मांगा है।

एनटीए के खिलाफ छात्र कर चुके हैं ‘हल्ला बोल’

एनटीए के खिलाफ ‘हल्ला बोल’ का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई उम्मीदवारों ने एनटीए के खिलाफ शिकायत की है। सोशल मीडिया पर छात्रों का गुस्सा सर चढ़कर बोला, पिछले दिनों ट्वीटर पर #JEEMains2022ExtraAttemptforall and #JEEStudentsWantJustice जैसे हैशटैग भी खूब ट्रेंड हुआ।


परीक्षार्थियों ने जिन अनगिनत समस्याओं का जिक्र किया, उसमें से मुखयत: तकनीकि से लेकर आंसर की के बारे में जिक्र था। परीक्षा के दौरान कंप्यूटर बार-बार बंद होना, जूम-इन, जूम आउट की समस्या, सेशन एक्सपायर हो जाना, प्रश्नों के उत्तर का लॉक नहीं होना जैसी कई समस्याएं आईं थी। इसके बाद करीबन 550 छात्रों ने एनटीए को ई-मेल के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई थी।

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