नई दिल्ली। 90 दशक की एक्ट्रेस आयशा जुल्का जिनका नाम अपने समय की टॉप बॉलीवुड एक्ट्रेसेस में शुमार था। आयशा ने कई फिल्मों में काम किया है और बॉलीवुड को कई हिट फिल्में भी दी है। जिनमें- खिलाड़ी, दलाल, वक्त हमारा है, संग्राम और कुर्बान आदि शामिल हैं। हालांकि, एक्ट्रेस को सही मायनों में साल 1992 में पहचान मिली थी जब फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ में उन्होंने रोल अदा किया इस फिल्म की रिलीज के बाद आयशा जुल्का लोगों के बीच पॉपुलर हो गई थीं। बहरहाल, लोगों के मन में आज भी यह सवाल उठता है कि 90 के दौर की यह अभिनेत्री रातों रात आखिर बॉलीवुड को अलविदा कहकर आखिर कहां चली गई ?आयशा जुल्का मार्की में वापसी कर रही हैं, लेकिन इस बार वह ओटीटी पर नजर आएंगी। एक इंटरव्यू के दौरान अभिनेत्री को फिर से देखने और उनके 90 के दशक के करियर की महिमा को याद करने का सही कारण था।
सलमान के साथ भी दिखी आयशा
और इतना ही नहीं, आयशा की लोकप्रियता ऐसी थी कि फिल्म निर्माता उन्हें हर बड़ी फिल्म के लिए साइन करना चाहते थे। अफ़सोस की बात है कि वह प्रेम क़ैदी और नरिम्हा जैसी फ़िल्मों से हार गई। लेकिन उन्होंने इसे अपने स्तर पर ले लिया और अक्षय कुमार और सलमान खान के साथ भी कई हिट फिल्में दीं हैं एक इंटरव्यू में आयशा जुलका ने बताया कि बॉलीवुड में कैट फाइट को प्रमोशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
दिव्या भारती पसंद थी मुझे
मुझे लगता है कि यह सच्चाई से ज्यादा फैलाया गया था। शायद हमारे अंदर भी बचपना था, और कभी-कभी हम छोटी-छोटी बातों पर भी बहस कर लेते थे। उस वक्त कैट फाइट नहीं होंगी, लेकिन डायरेक्टर या प्रोड्यूसर से शिकायतें होंगी। मुझे सच में लगता है कि यह अनुपात से बाहर उड़ा दिया गया था। मुझे दिव्या भारती बहुत पसंद थी और वह भी मुझसे कहती थी कि ‘मैं तुमसे प्यार करती हूं’। हम पड़ोसी थे और अक्सर जुड़े रहते थे। हमने एक फिल्म भी साथ में की थी। की थी जिसमें हमने बहनों का किरदार निभाया था, उसका नाम था रंग। हम बहुत करीब थे, हालांकि हम अक्सर नहीं मिलते थे, लेकिन एक कनेक्शन था। मैंने साजिद (नाडियाडवाला) के साथ वक्त हमारा है किया, और वह सेट पर आकर कहती, ‘आयशा को यह फिल्म करनी है’। तब ममता (कुलकर्णी) थीं जो उसी फिल्म में थीं। लोग दिव्या भारती के बारे में बात क्यों नहीं करते हैं, जो अपने रास्ते से हटकर मुझे वक्त हमारा है करने देती हैं। वह महाबलेश्वर में मेरे सेट पर आती थीं। वह आती और मुझे अपनी बिंदी पहनने को देती। वह मेरे लिए वही जोड़ी जूते खरीदती जो उसे अपने लिए मिलती थी।