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Shaitaan Review: थिएटर में परेशान कर देगी अजय देवगन की ”शैतान”, फिल्म देखने से पहले यहां पढ़ लें पूरा रिव्यू

नई दिल्ली। अजय देवगन और आर. माधवन स्टारर फिल्म ”शैतान” ने फाइनली आज सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है। ये फिल्म अजय देवगन प्रोडक्शन के तले बनाई गई है, जिसका निर्देशन विकास बहल ने किया है। इस फिल्म का लेखन कृष्णदेव याग्निक ने किया है। फिल्म में अजय देवगन, आर. माधवन, ज्योतिका, जानकी बोदीवाला और अंगद माहल जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में नजर आएं हैं। ये फिल्म काले जादू और वशीकरण जैसी काल्पनिक घटनाओं पर बनाई गई है। तो अगर आप भी इस वीकेंड प्लान कर रहे हैं ”शैतान” देखने का तो उससे पहले यहां पढ़ लीजिये पूरा रिव्यू…

कैसी है फिल्म?

”शैतान” अपनी रिलीज से पहले काफी सुर्ख़ियों में थी। इस फिल्म का काफी जोर-शोर से प्रमोशन किया जा रहा था। ऐसा लग रहा था कि शैतान नाम की इस हॉरर फिल्म से अजय देवगन बॉलीवुड को सुपरनैचुरल फिल्म की दुनिया में अलग लेवल पर ले जाएंगे। फिल्म को लेकर दावा किया जा रहा था कि इस फिल्म में काले जादू, वशीकरण और टोने-टोटकों जैसी फैसिनेटिंग चीज़े थिएटर में दर्शकों को सिहराती हुईं नजर आएंगी। हालांकि थिएटर में सिहरन तो हुई लेकिन AC से। जी हां, अजय और माधवन की ये फिल्म देखने के बाद ‘खोदा पहाड़ और निकली चुहिया’ वाली कहावत सही मालुम पड़ती है।

फिल्म का आरंभ जितना प्रचंड तरीके से होता है धीरे-धीरे फिल्म उतनी ही बुरे तरीके से दम तोड़ती जाती है। फिल्म को जिस टोने-टोटके के नाम पर परोसा गया था वो फील्म से पूरी तरह नदारद नजर आता है और फिल्म की कहानी वशीकरण से सीधा एक परिवार के इमोशनल ड्रामा पर शिफ्ट हो जाती है। फिल्म के राइटर कृष्णदेव याग्निक फिल्म की कहानी के साथ न्याय नहीं कर पाए हैं जो पर्दे पर साफ़ झलकता है। स्क्रीनप्ले बेहद स्लो है। फिल्म को आराम से आधा घंटा छोटा किया जा सकता था। विकास बहल के डायरेक्शन में भी कमियां दिखती हैं। फर्स्ट हाफ को जबरदस्ती खींचा गया है। फिल्म काफी सपाट आगे बढ़ती है। हालांकि सेकेंड हाफ में प्री-क्लाइमेक्स और क्लाइमेक्स में थोड़ा थ्रिल जरूर पैदा होता है लेकिन फिर से राइटर साहब फिल्म में एक्साइटमेंट उत्पन्न करने में नाकामयाब नजर आते हैं।

कैसी है एक्टिंग ?

हालांकि एक्टिंग की बात की जाये तो फिल्म का ये पार्ट बेहद मजबूत नजर आता है। विलेन के किरदार में आर. माधवन की एक्टिंग इतनी जबरदस्त है कि फिल्म देखते हुए आप उनसे नफरत करने पर मजबूर हो जाएंगे। अजय देवगन ने एक बेबस पिता के इमोशन और जब बच्चों पर आ जाये तो पिता किस हद तक जा सकता है, दोनों ही परिस्थितियों को बखूबी दर्शाया है। अजय की बेटी जान्हवी के किरदार में जानकी बोदीवाला ने अपनी दमदार एक्टिंग से सबको चौंकाया है। उनके लिए थिएटर में ताली बजानी तो बनती है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर भी थिएटर में सुनने पर दमदार लगता है।

देखें या न देखें ?

कुल मिलाकर फिल्म अपने डायरेक्शन और राइटिंग पार्ट पर लुढ़कती हुई नजर आती है। इस हॉरर फिल्म में ऐसे तो कई कमियां हैं लेकिन सबसे ज्यादा कमीं हॉरर की है। हां, अगर आप अजय देवगन या आर.माधवन की एक्टिंग के फैन है तो आप इस फिल्म को देखने जा सकते हैं, नहीं तो इसके OTT पर आने का वेट कर सकते हैं। इस फिल्म को हम 5 में से 2.5 स्टार देते हैं।

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