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Chehre Review: दमदार अभिनय और शानदार कास्ट के बीच भी फीकी पड़ी अमिताभ बच्चन की ‘चेहरे’ की चमक

नई दिल्ली। हाल ही में सिनेमाघरों में सुपरस्टार अक्षय कुमार की मल्टीस्टारर फिल्म ‘बेलबॉटम’ रिलीज हुई, जो बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है। इसके अलावा आज बड़े पर्दे पर अमिताभ बच्चन, इमरान हाशमी और रिया चक्रवर्ती की कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म ‘चेहरे’ रिलीज हो गई। इस फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स की ओर से काफी अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं। लेकिन दमदार अभिनय और शानदार कास्ट के बीच भी अमिताभ बच्चन की ‘चेहरे’ की चमक फीकी पड़ती नजर आ रही है।

रूमी जाफरी के निर्देशन में बनी ये फिल्म खराब लेखन का शिकार हुई है। कलाकारों ने अपना काम बखूबी किया लेकिन फिल्म की कहानी कमजोर दिखाई दी, जिसकी वजह से कास्ट का अभिनय तक बेअसर साबित नजर आया।

फिल्म की कहानी

फिल्म की शुरुआत में दिखाया जाता है कि कैसे दिल्ली का रहने वाला एड एजेंसी प्रमुख समीर मेहरा (इमरान हाशमी) एक तूफान में फंस जाता है। इसके बाद 4 रिटायर्ड कोर्ट के अधिकारी उन्हें एक रात सुनसान घर में बुलाते हैं। यहां समीर अपने बॉस के हत्या के केस में फंस जाता है। फिर एक सनकी सरकारी वकील लतीफ जैदी (अमिताभ बच्चन) की एंट्री होती है। उनके सामने बचाव पक्ष के वकील परमजीत सिंह (अनु कपूर) होते हैं। इसके बाद ये सभी क्रिमिनल केस का मॉक ट्रायल करते हैं जिसे वो ‘असली खेल’ कहते हैं। ये लगभग 2 घंटे 20 मिनट चलता है। यही फिल्म की असली कहानी है, इसी से फिल्म के किरदार जुड़ते जाते हैं।

क्यों देखें ये फिल्म

इस फिल्म को कोर्टरूम ड्रामा थ्रिलर नहीं कहा जा सकता। लेकिन ये तो मानना पड़ेगा कि रूमी जाफरी ने अपने कंफर्ट जोन से अलग कुछ करने की कोशिश की है। अगर आप अमिताभ बच्चन और इमरान हाशमी के फैन हैं तो यह फिल्म देख सकते हैं। साथ ही अगर आप रिया को लंबे समय बाद पर्दे पर देखना चाहते हैं तो भी ये फिल्म देखी जा सकती है।

क्यों ना देखें ये फिल्म

अगर आप ये सोच कर फिल्म देखेंगे कि इसमें कोर्टरूम ड्रामा थ्रिलर देखने को मिलेगा। ये फिल्म आपको निराश कर सकती है। शानदार कहानी की तलाश करने वालों को ये फिल्म अवॉइड करनी चाहिए।

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