नई दिल्ली। छोटे पर्दे का शो ‘अनुपमा’ टीआरपी चार्ट में हमेशा टॉप पर रहता है। शो में हर दिन नए-नए ट्विस्ट एंड टर्न्स देखने को मिलते हैं, जो दर्शकों को बेहद पसंद आते हैं। बीते एपिसोड में आपने देखा कि काव्या का सच जानने के बाद बा और बाबूजी के मुंह से कुछ नहीं निकलता क्योंकि दोनों की ही बड़ा झटका लगा है। बा तो खुद को संभाल ही नहीं पा रही है और फूट-फूटकर रोती है। वो कहती है कि वनराज से नहीं बन रही थी कि दोनों अलग हो जाते है लेकिन ये पाप की गठरी लेकर क्यों आई..तू मर क्यों नहीं गई।
काव्या ने मांगी माफी
आज के एपिसोज में बा का गुस्सा कम नहीं हो रहा है और वो काव्या को घर से बाहर निकाल रही है लेकिन अनुपमा बा को समझाती है कि अभी वो गुस्से में हैं और गुस्सा शांत होने के बाद ही कोई फैसला ले। लेकिन बा सुनने के मूड में नहीं है। वो कहती है कि तेरे साथ धोखा हुआ तो क्या तू धोखेबाज के साथ रही, किजंल के साथ धोखा हुआ तो क्या उसने तोशू का पति का हक दिया, तो हम क्यों इसका धोखा बर्दाश्त करें। हम इसके बच्चे को नहीं अपनाएंगे। लेकिन अनुपमा कहती है कि इसमें बच्चे की कोई गलती नहीं है, वो तो इस दुनिया में आया भी नहीं है..जो कहना है काव्या को कहिए..बच्चे को बद्दुआ मत दीजिए।अब काव्या सबके सामने कहती है कि ये बस कमजोर पल था, जब मुझे वनराज का साथ चाहिए था, वो होकर भी मेरे साथ नहीं था। मैंने गलती की है इसलिए परिवार को सच बता दिया लेकिन मैं आज भी वनराज से बहुत प्यार करती हूं। बाबूजी कहते हैं कि बेटा ये कैसा प्यार है..। काव्या कहती है कि मैं तो पहले ही सच बताने वाली है, ताकि आप ये फैसला ले सकें कि मुझे क्या सजा देनी है। अब काव्या सबके सामने हाथ जोड़कर माफी मांगती है।
दूसरी तरफ अधिक पाखी को अपनी बातों में फंसाने की कोशिश करता है और अनुज ये देखकर परेशान हो जाता है कि अधिक पाखी के साथ कितना बड़ा धोखा कर रहा है। इसके अलावा अधिक ने रोमिल के कमरे में पैसे भी रख दिए हैं, लेकिन अब रोमिल को अधिक की चाल पता चल गई है, और वो अब सब कुछ उल्टा करने वाला है। दूसरी तरफ बा ने काव्या को घर से जाने का फरमान सुना दिया है, इसलिए अनुपमा काव्या को अपने साथ ले जाने का फैसला लेती है। लेकिन पहली बार वनराज काव्या का साथ देता है और उसे जाने से रोक देता है। वो कहता है कि जो मैंने अनुपमा के साथ किया, वो आज काव्या ने किया, मेरे मेरी ही गलती का नतीजा है…। मैं काव्या को कहीं नहीं जाने दूंगा।