नई दिल्ली। टीवी की दुनिया में हमेशा टॉप पर रहने वाले शो ‘अनुपमा’ में इन दिनों हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है। जैसा कि अब तक आपने देखा कि वनराज को भी बच्चे की फिक्र होने लगी हैं। वो बच्चे को अपना कहता है। डॉक्टर बताती है कि अभी तक सब कुछ ठीक है लेकिन अगले 24 घंटों में कुछ भी हो सकता है, इसलिए काव्या को अस्पताल में ही रहना होगा। बच्चे और काव्या की बात सुनकर वनराज पैनिक हो जाता है।
वनराज होगा परेशान
आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि वनराज खुद की फीलिंग्स को नहीं समझ पा रहा है तो दूसरी तरफ अधिक और रोमिल एक बार फिर लड़ने वाले हैं, लेकिन इस बार पाखी दोनों के बीच झगड़ा होने से रोक देती है। वहीं वनराज अनुपमा से अपने दिल की उलझन शेयर करता है और कहता है कि उसे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर उसके अंदर क्या चल रहा है। वनराज कहता है कि पहले मुझे पता था कि मैं कैसा हूं और क्या हूं लेकिन अब मैं खुद को ही नहीं समझ पा रहा हूं। मुझे लगा कि मेरी बीवी और बच्चे को कुछ हो जाएगा, लेकिन जो चीज मेरी है ही नहीं…उसे खोने का डर क्यों है। अनुपमा उसे समझाती है कि बच्चा तब तक पराया होता है, जब तक दुनिया में आया न हो, लेकिन आने के बाद वो किसी का भी हो लेकिन अपना ही होता है। जब आप पापा-पापा सुनेंगे ना तो, सारा गुस्सा छू हो जाएगा। दोनों की बातें अनुज सुन लेता है, जिससे उसे पता चल जाता है कि काव्या के पेट में पल रहा बच्चा वनराज का नहीं, बल्कि अनिरुद्ध का है।
गुरुमां की खोज में निकली अनुपमा
जिसके बाद अनुज और अनुपमा मंदिर जाते हैं,जहां उनकी गाड़ी के सामने गुरुमां आ जाती है, जोकि होश में नहीं हैं और बस सड़क पर चले जा रही है। अपनी गुरुमां को ऐसी हालत में देखकर अनुपमा हैरान हो जाती है। अनुपमा बताती है कि वो गुरुमां थी लेकिन अनुज उसकी बातों पर यकीन नहीं करता। दूसरी तरफ डिंपी खुश है क्योंकि काव्या ठीक है और वो अपने हाथों से प्रसाद बनाने का कहती है कि लेकिन बा भड़क जाती है कि तेरी वजह से ही काव्या का ये हाल हुआ है,तो तू तो काव्या के लिए कुछ भी मत कर। बहू घर को स्वर्ग बनाती है लेकिन ये पहली बहू है, जो सबको स्वर्ग में पहुंचाने पर तुली है। बा की चुभती बातों से समर गुस्सा करता है लेकिन बा उसे भी सुना देती है।