नई दिल्ली। बॉलीवुड के फेमस सिंगर एआर रहमान किसी परिचय के मोहताज नहीं है। आज के सिंगर्स एआर रहमान के साथ काम करने के लिए तरसते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को ही इसका सौभाग्य मिल पाता है। सिंगर को अल्लाह रक्खा रहमान से एआर रहमान बनने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था लेकिन बहुत कम लोग ही ये बात जानते हैं कि एक समय ऐसा था जब सिंगर सुसाइड करना चाहते थे लेकिन उनकी मां की कही बात उनके लिए वरदान साबित हुई। वो कैसे..हम आपको बताते हैं।
निराश होकर करना चाहते थे सुसाइड
हाल ही में सिंगर और कंपोजर एआर रहमान को आध्यात्मिकता और मानसिक स्वास्थ्य के बात करते हुए देखा गया। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनियन डिबेटिंग सोसायटी में इस विषय पर बात की और बताया कि कभी वो भी सुसाइड करना चाहते थे।
सिंगर ने बताया कि-“जब मैं छोटा था तो मेरे मन में आत्महत्या करने के विचार आते थे,..तब मेरी मां कहती थीं, ‘जब आप दूसरों के लिए जिएंगे, तो आपके मन में ये करने के विचार नहीं आएंगे।’ ये बात मुझे आज तक याद है और ये मेरी जिंदगी की सबसे खूबसूरत सलाह थी, जिसे मैं आज कर मानता हूं। एक्टर ने बताया कि उस वक्त वो 25 साल के थे और खुद को सक्सेस नहीं मानते थे। सक्सेस की तलाश में वो टूट गए थे।
दूसरे के लिए जीना ही जीवन है…
सिंगर ने आगे कहा कि अपना लिए जीना छोड़कर दूसरे के लिए जीना जरूरी है। जो खाना नहीं खरीद पा रहा है, उसे खाना देना जरूरी है। आप दूसरे को देखकर मुस्कुरा रहे हैं…ये ही जीने का सही तरीका है। ये चीजें आपको बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। बता दें कि एआर रहमान अपनी मां के साथ बहुत अच्छा ब्रांड शेयर करते थे, हालांकि अब सिंगर की दुनिया में नहीं है। उनका निधन साल 2020 में हो गया था।