नई दिल्ली। बॉलीवुड की मशहूर प्लेबैक गायिका कनिका कपूर आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अपनी चटकदार आवाज के बल पर इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाने वाली कनिका कपूर 21 अगस्त यानी आज अपना 44वां जन्मदिन मना रही हैं। कनिका के गानों को न सिर्फ भारत में बल्कि दूसरे देशों में भी खूब लाइक किया जाता है। आज सिंगर की लंबी फैन फॉलोइंग हैं और उनके गाए गानों के लाखों करोड़ों दीवाने भी हैं। कनिका बॉलीवुड में सिंगर के तौर पर गाने तो गाती ही हैं, इसके अलावा कई बार वह सिंगिंग रियलिटी शोज को भी जज के रुप में भी नजर आईं है। आज कनिका बॉलीवुड की सबसे हिट सिगंर्स में शुमार हैं लेकिन एक समय ऐसा भी था जब वह आर्थिक और मानसिक रूप से जूझ रही थीं, लेकिन उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर अलग मुकाम हासिल किया। तो चलिए जानते हैं कनिका कपूर की जिंदगी की कुछ दिलचस्प बातें-
पंडित गणेश प्रसाद मिश्रा से संगीत सीखा
21 अगस्त 1978 में जन्मीं कनिका कपूर का जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत के बल पर एक अलग मुकाम हासिल किया है। बता दें कि कनिका कपूर ने 8 साल की उम्र से पंडित गणेश प्रसाद मिश्रा से संगीत सीखना शुरू कर दिया था और महज 12 साल की उम्र से ही कनिका ने काम करने की शुरुआत कर दी थी। उस वक्त कनिका ने ऑल इंडिया रेडियो के एक कार्यक्रम में परफॉर्म किया था। उसके बाद से कनिका ने अपने करियर में पीछे पलटकर नहीं देखा।
कनिका का वर्कफ्रंट
सिंगर के वर्कफ्रंट की बात करें तो कनिका कपूर ने अनूप जलोटा के साथ भजन भी गाए हैं और इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड को भी कई सुपर डुपर हिट गाने दिए हैं। कनिका ने अपना पहला म्यूजिक वीडियो 2012 में रिलीज किया था। इसके अलावा रागिनी एमएमएस के गाने ‘बेबी डॉल मैं सोने दी’ से कनिका कपूर सुर्खियों में आ गई थी। इस गाने के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ फीमेल प्लेबैक सिंगर की श्रेणी में फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला था। इसके अलावा चिट्टियां कलाइयां भी उनका मोस्ट पॉपुलर सॉन्ग बना था।