नई दिल्ली। लगातार बॉयकॉट को लेकर मांग चल रही है। ट्वीटर पर लाल सिंह चड्ढा को बहिष्कार (#boycottlaalsinghchaddha) करने की मांग ऐसी चली है की रुकने का नाम नहीं ले रही है। तिस पर आमिर खान (Aamir Khan) जनता से संवाद करना भूल चुके हैं। वो टीवी और डिजिटल के जरिए फिल्म का प्रमोशन करने में लगे हैं। जबकि उनकी फिल्म का अच्छा ख़ासा प्रमोशन हो चुका है। लगातर लाल सिंह चड्ढा फिल्म को लेकर कोई न कोई खबर आ ही जाती है। कभी फिल्म को लेकर किसी सेलिब्रिटी का बयान आ जाता है की ऐसी फिल्मों को न देखना चाहिए तो कभी किसी सेलिब्रिटी का बयान आ जाता है की ऐसे फिल्मों (#watchlaalsinghchaddha) को जरूर देखना चाहिए। ऐसे में दर्शक फंसे हुए हैं की आखिर वो किसकी बात माने हैं। हालंकि काफी दर्शकों ने पहले ही फिल्म को न देखने का मन बनाया हुआ है। लगातार बयानों के आने के बाद लाल सिंह चड्ढा के डायरेक्टर अद्वैत चंदन (Advait Chandan) का बयान आ गया है। यहां हम उसी बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं।
क्या कहा लाल सिंह चड्ढा के डायरेक्टर ने
लाल सिंह चड्ढा को डायरेक्टर अद्वैत चंदन ने डायरेक्ट किया है। डायरेक्टर अद्वैत चंदन ने इससे पहले फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार (Secret Superstar) को भी डायरेक्ट किया था। काफी दिनों से फिल्म के बॉयकॉट का ट्रेंड होने के बाद अद्वैत चन्दन ने सामने आकर अपनी बात रखी है और उन्होंने कहा है,” मुझे बताया गया है आमिर खान सर को ट्रोल करने पर ट्रोल आर्मी को पैसे मिलते हैं। ये तो बहुत ही गलत बात है, और अनफेयर भी है क्योंकि मैं क्यों आमिर खान को फ्री में ट्रोल करूं ? पे एव्री ट्रोल। सबको ट्रोल का पैसा मिले।
आपको बता दें फिल्म लाल सिंह चड्ढा 11 अगस्त को सिनेमाघर में रिलीज़ हो रही है। लेकिन फिल्म के मेकर्स और कलाकार अभी दर्शक और ट्रोलर का मजाक उड़ाने पर तुले हुए हैं। हिंदुस्तान के कलाकारों को बनाने के लिए हर एक व्यक्ति का योगदान होता है। चाहे वो ट्रोल आर्मी हो या कोई सामान्य व्यक्ति- जो सड़क पर खड़ा होकर आमिर खान की फिल्म न देखने की अपील करता है। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं है की कोई उनके धर्म और व्यक्तिगत कारणों से उनसे नफरत करता है और कोई सियासी मसला भी नहीं है। बल्कि बात यह है की सामान्य लोग आमिर खान को और उनकी फिल्म को उस पंक्ति में खड़ा नहीं पाते है जो देश के समृद्धशाली भविष्य को बनाने में मदद करे। बल्कि वो आमिर को उस जगह खड़ा पाते हैं जो देश और संस्कृति के खिलाफ मजाक उड़ाता है।
क्या असर होगा इस कटाक्ष का
ऐसे में लाल सिंह चड्ढा के निर्देशक का ये कटाक्ष जनता को फिल्म की ओर खींचना तो दूर जनता के अंदर, फिल्म को लेकर और नफरत बढ़ाएगा। जिस वक़्त आपको जनता से प्रेम और विनम्र होकर फिल्म देखने की अपील करना चाहिए उस समय आप जनता से इस तरह का व्यवहार तभी कर रहे हैं, जब आपकी फिल्म की कमाई में तो नुकसान नहीं होगा, हां साख जरूर गिर सकती है पर साख की पड़ी किसे है। कमाई करने के बाद, कौन जनता से मिलने आने वाला है, फिर से कई वर्ष के लिए छुप कर बैठ ही जाना है।