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कैंसर अवेयरनेस के नाम पर लाइमलाइट बटोर रही पूनम और वैक्सीन कंपनी को एकता कपूर ने लताड़ा, कहा- ”इनको करो बैन”

नई दिल्ली। 4 फरवरी, वर्ल्ड कैंसर डे के दिन मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडे के ऑफिसियल इंस्टा हैंडल से एक पोस्ट होता है, जिसमें जानकारी दी जाती है कि एक्ट्रेस की सर्वाइकल कैंसर की वजह से मौत हो गई है। ये खबर सामने आते ही सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में हड़कंप मच जाता है। हर कोई पूनम के बारे में जानने को बेताब नजर आता है, लेकिन इस पोस्ट के बाद एक्ट्रेस का पीआर से लेकर परिवार तक सब गायब हो जाता है। पूरे दिन मृत पूनम या कहिये कैंसर वॉरियर पूनम मीडिया से लेकर ट्रेंड्स तक में छाई रहती हैं। पूरे 24 घंटे बीत जाने के बाद पूनम पांडे पुनः अवतार लेती हैं और बताती हैं कि- अरे मैं तो जिन्दा हूं, मैंने तो ये सारा ड्रामा सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस फ़ैलाने के लिए किया है। अब इस खबर के बाद एक बार फिर पूनम टॉक ऑफ़ द टाउन बन गई हैं। लेकिन इस बार लोग उनकी इस घटिया पीआर के लिए उन्हें लताड़ते नजर आ रहे हैं और अब इसी कड़ी में प्रोड्यूसर एकता कपूर ने भी पूनम पांडे के इस थर्ड क्लास पीआर स्टंट की आलोचना की है।

एकता कपूर ने कल पूनम की मौत की खबर के बाद अपनी इंस्टा स्टोरी में पूनम पांडे को श्रद्धांजलि दी थी। बता दें कि पूनम एकता द्वारा प्रोड्यूस किये जाने वाले शो ”लॉक अप” का हिस्सा थी लेकिन अब पूनम पांडे की मौत का सच सामने आने के बाद एकता कपूर ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर लिखा कि- ”हम सबको ये शपथ लेनी चाहिए कि हम ऐसी कंपनीज का वैक्सीन इस्तेमाल न करें जो अपना वैक्सीन बेचने के लिए इस तरह के घटिया कैंपेन का सहारा लेती हैं।” जी हां, बता दें कि पूनम पांडे का ये डेथ ड्रामा वैक्सीन बनाने वाली कंपनी HPV के HPV वैक्सीन अवेयरनेस कैंपेन का हिस्सा था।

कैंसर के बारे में बताना था या खुद लाइमलाइट में आना था?

पूनम पांडे ने इस PR स्टंट के बाद कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उनका इरादा बस लोगों को शॉक देकर उस मुद्दे की तरफ ध्यान खींचना था, जिसके बारे में लोग ज्यादा बातें नहीं करते। लेकिन क्या ये सही है? क्या वाकई पूनम ऐसा करना चाहती थी? क्या सिर्फ ये डेथ ड्रामा कर के ही लोगों में अवेयरनेस फैलाई जा सकती थी? तो इसका जवाब है ‘नहीं’ ऐसे और भी कई तरीकें हैं जिसके जरिये आप लोगों तक बातें पहुंचा सकते हैं। अवेयरनेस फैला सकते हैं। आप स्कूल, कॉलेज में कैंपेन कर सकते हैं, डोर टू डोर जानकारी दे सकते हैं। ऐसे कई एक्टर्स हैं, सेलिब्रिटीज हैं, जो टाइम टू टाइम ऐसे सीरियस कॉज को उठाते रहे हैं। HIV और एड्स भी उन्हीं में से एक है। कई वैक्सीन और दवाई की कंपनीज हैं जो सेंसेबल तरीके से अपना प्रोडक्ट सेल करती आई हैं, उन्हें लेकर जागरूकता भी फैलाई है।


ऐसे में पूनम पांडे और इस HPV कंपनी को ये डेथ ड्रामा करने की जरुरत ही क्यों पड़ी!! फ़िलहाल पूनम पांडे की ये हरकत सामाजिक हित कम और निजी स्वार्थ ज्यादा लग रहा है। क्योंकि सर्वाइकल कैंसर को लेकर अवेयरनेस फैली हो या नहीं लेकिन पूनम रातों-रात फिर से हर मीडिया चैनल की हैडलाइन जरूर बन गईं।

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