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Naseeruddin Shah: ‘ मुसलमानों से नफरत करना..’ बदलते स्कूली सेलेब्स पर नसीरुद्दीन शाह ने दिया ऐसा बयान, मच सकता है बवाल

Naseeruddin Shah: नसीरुद्दीन शाह ने सरकार द्वारा बदले स्कूली पाठ्यक्रम को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा है कि आजकल मुगलों को निशाना बनाना आसान हो गया है क्योंकि उनको लगता है कि दुनिया वो वहीं हैं, जिसके बारे में सब जानते हैं।

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नई दिल्ली। शानदार एक्टिंग से सबका दिल जीतने वाले अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का मुकाबला करना नामुमकिन हैं। एक्टर हर मुद्दे पर खुलकर बात करते हैं, हालांकि एक्टर के बयान लोगों को कम ही पसंद आते हैं, और लोग उन्हें निशाना बनाना शुरू कर देते हैं। अब एक्टर का एक और ऐसा बयान सामने आया है जो लोगों को कतई पसंद नहीं आने वाला है। एक्टर ने मुगलों के पक्ष में अपनी बात रखी है और कहा है कि जानबूझकर मुगलों की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही हैं। तो चलिए जानते हैं कि एक्टर ने अपने पूरे बयान में क्या कहा है।

मुगलों की छवि खराब करने की कोशिश की जाती है- शाह

नसीरुद्दीन शाह ने सरकार द्वारा बदले स्कूली पाठ्यक्रम को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा है कि आजकल मुगलों को निशाना बनाना आसान हो गया है क्योंकि उनको लगता है कि दुनिया वो वहीं हैं, जिसके बारे में सब जानते हैं। सभी मुसलमानों को एक जैसा समझने की भूल की जा रही है। धारणा है कि मुगलों ने देश को लूटा है, मंदिरों को तोड़ा है, उनकी बहु पत्नियां है, लेकिन हर शासक ऐसा करता है, जो सत्ता में होता था,चाहे वो हिंदू हो या मुस्लमान। इन्ही दावों को आधार बनाकर मुगलों की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है।अपने बयान को साफ करने के लिए एक्टर ने अलेक्जेंडर का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अलेक्जेंडर ने पूरे ईरान का नाश कर दिया, फिर फिर उन्हें महान सिकंदर कहा जाता है। मुगल भारत को अपनी मातृभूमि बनाने के लिए आए थे, वो कभी भी उसे लूटना नहीं चाहते थे।


बाबर और हुमायूं पर दिखाई जा रही गलत कहानियां

उन्होंने आगे कहा कि बाबर और हुमायूं की बर्बरता को लेकर गलत कहानियां चलाई जा रही हैं, जबकि सच्चाई कुछ और है। मुगलों से पहले भी बहुत सारे राजवंशों ने राज किया है। हालांकि विकास के सिद्धांत को भी पाठ्यपुस्तकों से हटा दिया गया है। आप मुगलों को हटा सकते हैं तो साइंस की किताबों से आइंस्टीन को हटा दीजिए, क्योंकि ये तो पश्चिमी सिद्धांतों के विचारक थे।

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