News Room Post

Junior Mehmood: आज चौथी स्टेज के कैंसर से जूझ रहे जूनियर महमूद कभी इंपाला गाड़ी में करते थे ट्रैवल, पहली फिल्म के लिए मिले थे 5 रुपये

Junior Mehmood: महमूद ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें फिल्म में छोटा सा रोल करने के लिए 5 रुपये मिले थे। उन्होंने बताया था कि वो अपने भाई के साथ फिल्म की शूटिंग देखने के लिए पहुंचे थे। उस  वक्त कितना नाज़ुक है दिल नाम की फिल्म की शूटिंग चल रही थी।

नई दिल्ली।सबको हंसाने वाले और अपनी एक्टिंग से वशीभूत करने वाले जूनियर महमूद आज मौत के बहुत करीब हैं क्योंकि कल से ही मीडिया में खबरें छाई हैं कि उनके पास जिंदगी जीने के लिए मात्र 40 दिन का समय बचा है। खुद कॉमेडियन जॉनी लीवर उनका हाल चाल लेने के लिए पहुंचे थे लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपने आखिरी समय में अकेले मौत से जूझने वाले जूनियर महमूद कभी अपने पिता की कमाई से 10 गुना ज्यादा कमाते थे और महंगी गाड़ियों में शूटिंग सेट पर पहुंचते थे। तो चलिए जानते हैं कि आज पेट के कैंसर से जूझ रहे जूनियर महसूस कैसे पहले लग्जरी लाइफ जीते थे।

 

इंपाला गाड़ी में आते थे सेट पर

महमूद जूनियर का जन्म 15 नवंबर 1956 को हुआ था लेकिन जन्म के समय उसका नाम नईम सैय्यद था लेकिन धीरे-धीरे उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में महमूद जूनियर के नाम से जाना जाने लगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ये नाम उन्हें खुद दिग्गज अभिनेता और हास्य कलाकार महमूद ने दिया था। 60 से 70 के दशक में जूनियर महमूद का नाम खूब चर्चा में था क्योंकि उस वक्त वो महंगी गाड़ी इंपाला से आते थे।


उस वक्त इंपाला कार कुछ ही लोगों के पास मिलती थी। इतना ही नहीं एक समय ऐसा था, जब वो अपने पिता से ज्यादा कमाते थे। उनके पिता रेलवे में सरकारी नौकरी करते थे और 320 रुपये कमाते थे लेकिन जूनियर महमूद एक दिन में ही 3000 हजार कमाते थे।

पहली फिल्म के लिए 5 रुपये

महमूद ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें फिल्म में छोटा सा रोल करने के लिए 5 रुपये मिले थे। उन्होंने बताया था कि वो अपने भाई के साथ फिल्म की शूटिंग देखने के लिए पहुंचे थे। उस  वक्त कितना नाज़ुक है दिल नाम की फिल्म की शूटिंग चल रही थी। फिल्म में एक बाल कलाकार बार-बार अपनी लाइन भूल रहा था और मेरे मुंह से निकल गया कि एक लाइन ठीक से नहीं बोल पा रहा है। ये सुनने के बाद डायरेक्टर ने मुझे चुनौती दी और मैंने भी एक बार में बोल दिया। जिसके बाद मुझे 5 रुपये मिले और उस वक्त 5 रुपये मिलना बड़ी बात हुआ करती है।

Exit mobile version