नई दिल्ली। कोंकणा सेन शर्मा इंडस्ट्री की फाइनेस्ट एक्ट्रेसेस में से एक हैं। उन्होंने न केवल हिंदी बल्कि बंगाली सिनेमा जगत में भी बतौर अभिनेत्री और निर्देशक उकृष्ट प्रदर्शन किया है। महज चार साल की उम्र से बतौर बाल कलाकार अपने करियर की शुरुआत करने वाली कोंकणा पिछले चार दशक से लोगों को एंटरटेन करने में कामयाब रही हैं। प्रशंसित फिल्म निर्माता अपर्णा सेन और लेखक-पत्रकार मुकुल शर्मा की बेटी, कोंकणा का जन्म साल 1979 में कोलकाता में हुआ था। हाल ही में एक्ट्रेस ने बताया कि उनकी मां ने बड़े होने के दौरान कभी उनको मेनस्ट्रीम हिंदी और बंगाली फिल्में देखने की इजाजत नहीं दी। इतना ही नहीं उनकी मां ने कभी उन्हें रामायण और महाभारत भी नहीं देखने दिया।
नहीं देखी रामायण
कोंकणा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि- ‘कुछ लोग आए और चले गए लेकिन मैंने मैंने मिस्टर इंडिया और मासूम जैसी फिल्मों को इधर-उधर में चलते फिरते देखा। मुझे बोल्ड एंड द ब्यूटीफुल या सांता बारबरा जैसे अमेरिकी सोप को देखने भी नहीं दिया जाता था। इतना ही नहीं मुझे तो रामायण और महाभारत देखने तक की भी इजाजत नहीं थी। मेरी मां का कहना था कि मैंने पहले इनको पढूं।’
बचपन में बड़ों जैसा व्यवहार करती थीं मां
एक्ट्रेस ने आगे बताया कि- ‘मेरी मां मुझसे कहती थी कि मैं पहले खुद इन महाकाव्यों को पढूं, ताकि मैं अपनी कल्पना के जरिए इनके बारे में जान सकूं। किसी और की कल्पना के जरिए नहीं। किताबों की बात करूं तो मैंने किताबों में भी बचपन से भारतीय साहित्य ही पढ़ा था।’ कोंकणा ने ये भी बताया कि जब वो बड़ी हो रही थी तो उनकी मां उनके साथ वैसा ही व्यवहार करती थीं, जैसा किसी वयस्क के साथ किया जाता है।