नई दिल्ली। 27 जून 1939 को कलकत्ता में जन्मे संगीतकार आर. डी. बर्मन (RD Burman) का आज जन्मदिन है। बॉलीवुड में अपने गीतों से सबको दीवाना बना देने वाले बर्मन ‘पंचम दा’ के नाम से फेमस थे। उन्होंने अपने करियर में लगभग 300 फिल्मों में संगीत दिया था। हिन्दी फिल्मों के अलावा बंगला, तेलुगु, तमिल, उडिया और मराठी फिल्मों में भी अपने संगीत के जादू से उन्होंने श्रोताओं का दिल जीता था।
आरडी बर्मन के जन्मदिन पर उनके फैंस उन्हें याद कर रहे हैं। साथ ही लता मंगेशकर ने भी पंचम दा को आज उनके जन्मदिवस पर उन्हें याद किया है। साथ ही एक खास किस्सा भी बताया है।
लता मंगेशकर ने ट्वीट कर आरडी बर्मन को याद किया। उन्होंने लिखा, ‘आरडी बर्मन को कौन नहीं जानता। वो जन्म से राजपुत्र था और संगीत का वो राजा था। आज उसकी जयंती है। मैं उसकी याद को और उसके संगीत को विनम्र अभिनंदन करती हूं।’
R D Burman ko kaun nahi jaanta. Wo janam se rajputra tha aur sangeet ka wo raja tha. Aaj uski jayanti hai. Main uski yaad ko aur uske sangeet ko vinamra abhivadan karti hun. https://t.co/Izf1sulJfT
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) June 27, 2021
लता मंगेशकर ने आरडी बर्मन को याद करते हुए उनके सुपरहिट सॉन्ग ‘बाहों में चली आ’ से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया है। उन्होंने बताया “जब मैंने फिल्म में गाने की स्थिति सुनी तो मेरे लिए यह बहुत साफ था कि गाना बहुत धीरे से गाया जाना था। नायिका जया भादुरी (जया बच्चन) संजीव कुमार के लिए गा रही हैं जबकि घर में सभी लोग सोए हुए हैं। अगर वह तेज गाएंगी तो घर में सभी जाग जाएंगे।”
लता मंगेशकर आगे कहती हैं- ‘इसलिए गाने के जरिए भावनाओं को बहुत ही कोमलता से व्यक्त करना था। ये गाना मेरे पर्सनल फेवरेट्स में से एक है। अपने लाइव कॉन्सटर्ट्स में मैं अक्सर ये गाना गाती हूं।’
वहीं अमर प्रेम के ‘रैना बीती जाए’ को याद करते हुए लता मंगेशकर ने कहा- ‘भारतीय शास्त्रीय संगीत को लेकर पंचम दा का नॉलेज काफी ज्यादा था। वह संगीत के बारे में उतना ही जानते थे जितना कि उसके महान पिता। उनके करियर का पहला गीत शास्त्रीय आधारित ‘घर आजा घिर आए बदरा’ था, जिसे मैंने गाया था।’