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Naseeruddin Shah: नसीरुद्दीन शाह का “अकबर प्रेम”, बोले- नहीं किया कभी दीन-ए-इलाही शब्द का प्रयोग

Naseeruddin Shah: नसीरुद्दीन शाह ने इस वेब सीरीज में अकबर का किरदार निभाया है। और अब अकबर का किरदार निभाने वाले नसीरुद्दीन शाह का अकबर प्रेम भी उमड़ा है। उन्होंने इतिहास पर सवाल उठा दिया है और बताया है कि अकबर के बारे में जो धर्म को लेकर बात हमारे इतिहास में लिखी गई है वो झूठी है। यहां हम आपको इसी बारे में बताने वाले हैं।

नई दिल्ली। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह किसी न किसी वजह से विवादों में आ ही जाते हैं। अक्सर उनके द्वारा दिए गए बयान ही विवाद का कारण बनते हैं। कई दिन से उनके मुगलों और मुगलिया इमारतों पर दिए गए बयान वायरल हो रहे हैं। वहीं अकबर का पक्ष लेते हुए एक बार फिर से नसीरुद्दीन शाह ने भारतीय इतिहास पर निशाना साधा है। आपको बता दें 3 मार्च को नसीरुद्दीन शाह दर्शकों के सामने “ताज डिवाइडेड बाय ब्लड” नाम की वेब सीरीज ला रहे हैं। इस वेब सीरीज को ज़ी5 ओर रिलीज़ किया जाएगा। नसीरुद्दीन शाह ने इस वेब सीरीज में अकबर का किरदार निभाया है। और अब अकबर का किरदार निभाने वाले नसीरुद्दीन शाह का अकबर प्रेम भी उमड़ा है। उन्होंने इतिहास पर सवाल उठा दिया है और बताया है कि अकबर के बारे में जो धर्म को लेकर बात हमारे इतिहास में लिखी गई है वो झूठी है। यहां हम आपको इसी बारे में बताने वाले हैं।

अभिनेता ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि हमने हमेशा पढ़ा कि अकबर एक नया धर्म बनाना चाहते थे। बल्कि ये सभी बातें गलत हैं। ऐसा कुछ भी सच नही है। इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में नसीर कहते हैं, “मैंने इस बारे में इतिहासकारों और से पूछा है और तब मुझे पता चला कि अकबर ने कभी भी किसी नए धर्म को शुरू करने के बारे में कोई बात नहीं की।”

नसीर आगे कहते हैं, “कि ये तो किताब में लिखा हुआ है कि अकबर दीन-ए-इलाही कहते थे, लेकिन इतिहास की प्रमाणिक किताबों में ऐसे शब्द के प्रयोग का ज़िक्र कहीं नहीं मिला है। अकबर ने वहदत-ए-इलाही जरूर कहा था, जिसका मतलब होता है कि आप किसकी पूजा करते हैं इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है। अब चाहे आप पत्थर को पूजें, या फिर काबा के आगे सिर झुकाते हैं। बल्कि असल तो ये है कि आप एक निर्माता की पूजा कर रहे हैं। आप चाहें तो आप उगते हुए सूरज की पूजा कर सकते हैं। लेकिन आप पूजा किसी एक की ही कर सकते हैं। ये उसका विश्वास था। जो मुझे पता चला है।”

नसीर ने आगे ये भी कहा कि “अबुल फजल जो कि एक इतिहासकार थे और अकबर को ज्यादा पसंद नहीं करते थे उन्होंने ही वहदत-ए-इलाही को अंग्रेजी में डिवाइन पॉवर लिख दिया और जब डिवाइन पावर फ़ारसी में अनुवाद हुआ तो वो दीन-ए-इलाही लिख दिया गया और तभी से दीन-ए-इलाही चर्चा में बन गया।”
नसीरुद्दीन शाह आपको अकबर की भूमिका में “ताज डिवाइडेड बाय ब्लड” में अकबर की भूमिका में नज़र आएंगे जिसे 3 मार्च को ज़ी5 पर रिलीज़ किया जाएगा। उनके साथ इस सीरीज में अदिति राव हैदरी, धर्मेंद्र, और ताहा शाह बादुशा भी नज़र आने वाले हैं।

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