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#BombayBegums: NCPCR ने नेटफ्लिक्स की ‘बॉम्बे बेगम्स’ के कई सीन पर जताई आपत्ति, भेजा नोटिस, स्ट्रीमिंग बंद करने को कहा

BOMBAY BEGUMS

नई दिल्ली। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सीरीज और फिल्मों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। इसमें अब नया नाम नेटफ्लिक्स (Netflix) की ‘बॉम्बे बेगम्स’ (Bombay Begums) का जुड़ गया है। वीमेन सेंट्रिक ये सीरीज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन यानी 8 मार्च को रिलीज हुई, जिसेक बाद ये विवादों में घिर गई है। दरअसल, सीरीज के सीन में लड़कियों का एक अनुचित तरीके से चित्रण किया गया है, जिसे लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग को रोकने की मांग की है और साथ ही नोटिस भी भेजा है।

आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) पर वेब सीरीज (Web Series) में बढ़ती अश्लीलता के चलते लोग इस पर लगाम लगाने की बात कह रहे हैं। काफी समय से ये मांग हो रही थी कि बढ़ती अश्लीलता के चलते वेब सीरीज पर लगाम लगाए। जिसपर अब केंद्र सरकार सख्त होने वाली है। ऐसे में एक और वेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ की शिकायत सामने आई है। जिससे ‘बॉम्बे बेगम्स’ की भी परेशानी बढ़ गई है।

एनसीपीसीआर ने इस सीरीज की स्ट्रीमिंग रोकने की मांग की जिसके लिए नेटफ्लिक्स को नोटिस भी भेजा है। साथ ही 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने को भी कहा है। आयोग का कहना है कि अगर नेटफ्लिक्स ऐसा नहीं करता तो वो कानूनी कार्रवाई करेंगे।

आयोग का कहना है कि बच्चों के गलत सीन से न केवल युवाओं बल्कि बाल मन पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा। इतना ही नहीं इससे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार भी हो सकता है। आपको बता दें कि शिकायत में आरोप लगाया गया था कि इस सीरीज में नाबालिगों का कैजुअल सेक्स और मादक पदार्थों का सेवन दिखाया गया है।

दरअसल, ट्विटर पर ये वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें स्कूल की लड़कियां का एक सीन दिखाया गया है, इसमें वो अपनी बॉडी के बारे में बात कर रही होती हैं और तस्वीरें खींच रही होती हैं। ये सीन काफी वायरल हो रहा है लोग इस पर आपत्ती जता रहे हैं और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से इसके खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं।

आपको बता दें कि बेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ कुछ समय पहली ही रिलीज हुई है। नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ये वेब सिरीज पांच महिलाओं की कहानी हैं, जो अलग-अलग आयु और वर्ग की हैं। इस सीरीज में 13 साल की स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची से लेकर 49 साल की बैंक की सीईओ है। ये सीरीज महिलाओं की कहानी पर बेस्ड है। वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न के संवेदनशील मुद्दे को इस सीरीज में दिखाया गया है। इस मुद्दे के साथ-साथ समलैंगिक संबंध, बेवफाई, लिव इन रेलशनशिप, यौन उत्पीड़न, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज सहित कई दूसरे मुद्दे भी उठाए गए हैं।

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