नई दिल्ली।साउथ की इंडस्ट्री में कई सुपरस्टार्स हैं, जिन्होंने सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है। ऐसे ही सुपरस्टार हैं रजनीकांत, जिन्हें फैंस प्यार से थलाइवा भी बुलाते है। थलाइवा का मतलब साउथ में भगवान होता है, लेकिन बहुत कम लोग ही ये बात जानते हैं कि एक्टर का असली नाम रजनीकांत नहीं बल्कि कुछ और हैं। तो चलिए जानते हैं बॉलीवुड में 1983 में बनी फिल्म अंधा कानून से डेब्यू करने वाले रजनीकांत का असली नाम क्या है और वो कैसे बस कंडक्टर की नौकरी छोड़कर इंडस्ट्री में आए।
पहली फिल्म से नहीं मिली सफलता
करियर की बात करें तो एक्टर को पहला ब्रेक 1975 में 25 साल की उम्र मिला था। फिल्म का नाम था ‘Apoorva Raagangal’, जो कि तमिल फिल्म थी, हालांकि इस फिल्म में एक्टर का रोल मात्र 15 मिनट का था। पहली फिल्म से एक्टर को कुछ खास पहचान नहीं मिली थी। ‘भुवन ओरु केल्विकुरी’ फिल्म ने एक्टर की जिदंगी बदल दी और इस फिल्म में उन्होंने लीड एक्टर के तौर पर काम किया और फिर उन्हें लीड रोल ही ऑफर होने लगे। सफलता के साथ-साथ एक्टर को अवॉर्ड भी मिलने लगे और अब रजनीकांत फैंस के लिए सिर्फ एक्टर नहीं बल्कि भगवान हैं।
4 साल की उम्र में उठ गया था मां का साया
बहुत कम लोग ही इस बात की जानकारी रखते हैं कि एक्टर का असली नाम रजनीकांत नहीं है। 12 दिसंबर 1950 को जन्में एक्टर का असल नाम शिवाजीराव गायकवाड है। एक्टर मराठी परिवार से ताल्लुर रखते हैं, हालांकि एक्टर की माली हालत काफी खराब रही। छोटी उम्र में ही रजनीकांत की मां जीजाबाई ने दुनिया को छोड़ दिया था, जबकि उनके पिता का नाम रामोजी राव था। एक्टर के 3 भाई-बहन थे और वो चौथे सबसे छोटे नंबर के बच्चे हैं। घर की माली हालत को संभालने के लिए एक्टर ने छोटी उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया। एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले रजनीकांत बस कंडक्टर के तौर पर काम करते थे।