News Room Post

Zara Hatke Zara Bachke Review: मिडिल क्लास की उलझनों के बीच सारा-विक्की का रोमांस, घर बनाने की चाहत में तोड़ लिया रिश्ता

नई दिल्ली। विक्की कौशल और सारा अली खान स्टारर फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ आज यानि की 2 जून को रिलीज हो गयी है। फिल्म को देशभर में 1500 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। पिछले दिनों विक्की और सारा सोशल मीडिया से लेकर अलग-अलग शहरों तक हर जगह अपनी फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ की प्रोमोशन करते नजर आए थे। अब इनकी फिल्म सिनेमाघरों में आ चुकी है। तो चलिए जानते हैं विक्की और सारा की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री को दर्शक कितना कर रहे हैं पसंद…

क्या है फिल्म की कहानी ?

फिल्म की कहानी इंदौर के रहने वाले दो प्रेमी जोड़े कपिल दुबे (विक्की कौशल) और सौम्या चावला दुबे (सारा अली खान) की है। कपिल और सौम्या दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और जॉइंट फैमिली के साथ एक छोटे से घर में रहते हैं। लेकिन एक दिन अचानक कपिल के मामा-मामी उनके घर मेहमान बनकर आते हैं और फिर वापस जाने का नाम ही नहीं लेते। कपिल और सौम्या को अपना कमरा तक उन्हें देना पड़ता है। जिस वजह से उन्हें नीचे में सोना पड़ता है और दोनों को एक-दूसरे के साथ अकेले में समय बिताने का बिल्कुल वक़्त नहीं मिलता। सौम्या प्राइवेसी चाहती है, इसलिए उसे अपना घर चाहिए। कपिल सौम्या को खुश देखना चाहता है लेकिन स्वाभाव से थोड़ा कंजूस है। सौम्या और कपिल के घर लेने की जद्दोजहद में उनका रिश्ता एक ऐसे मोड़ पर आ जाता है, जहां तलाक लेने की नौबत आ जाती है। अब क्या सौम्या और कपिल अपना घर ले पाएंगे या तलाक लेकर अपनी अलग-अलग दुनिया बसाएंगे! ये सब जानने के लिए आपको ये फिल्म देखनी पड़ेगी।

कैसी लगी एक्टिंग ?

एक मिडिल क्लास आदमी कैसे अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने सपनों का त्याग कर देता है इसे विक्की कौशल ने बहुत ही सलीके से पर्दे पर उकेरा है। तो वहीं सारा ने पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखने वाली सौम्या का किरदार बखूबी निभाया है। विक्की और सारा की केमिस्ट्री पर्दे पर जच रही है। दोनों के बीच रोमांस देखने में काफी सहज लगता है।

फिल्म के गाने हैं जबरदस्त

लुका छिपी और मिमी जैसी फ़िल्में बना चुके लक्ष्मण उत्तेरकर ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। फिल्म का हर गाना आपको थियेटर में झूमने पर मजबूर कर देगा। फिल्म के गानें ‘तेरे वास्ते’ और ‘फिर और क्या चाहिए’ पहले से ही हिट हो चुके हैं। मिडिल क्लास की उलझनों के बीच फंसी जिंदगी को इस फिल्म मेें बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है। फिल्म के गाने और म्यूजिक हर कड़ी को जोड़ते हैं।

Exit mobile version