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Mumbai: ड्रग केस में शाहरुख़ खान का ड्राइवर भी जांच के दायरे में!, NCB कर रही है पूछताछ

नई दिल्ली। मुंबई ड्रग केस में चल रही NCB की जांच में एक के बाद एक चौकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को मुंबई कोर्ट ने आर्यन खान की जमानत याचिका खारिज होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया था। अब खबर सामने आ रही है कि शाहरुख़ खान के ड्राइवर को भी एनसीबी ने पूछताछ के लिए समन जारी किया था। ताजा खबरों की मानें तो शाहरुख़ खान का ड्राइवर इस वक्त एनसीबी ऑफिस में ही मौजूदा था। एनसीबी के अधिकारी उससे पूछताछ करेंगे।

पहले आर्यन खान फिर उसके बयान के आधार पर और लोगों की गिरफ्तारी और अब शाहरुख़ खान के ड्राइवर को एनसीबी ने समन भेज कर बुलाया है। वहीं महाराष्ट्र में इस छापेमारी और एनसीबी के एक्शन से कई सवाल खड़े किये जा रहे हैं। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने दावा किया है कि एक ग्राम ड्रग्स भी जहाज में जब्त नहीं हुई, ना ट्रमिनल पर ना ही किसी के पास। जिस जगह पर छापा होता है, वहां पंचनामा किया जाता है, लेकिन वहां कोई पंचनामा नहीं हुआ। फ्रेम करने के लिए NCB ने फर्ज़ीवाड़ा किया।” इतना ही नही नवाब मलिक ने कहा कि  “आर्यन खान की गिरफ्तारी फर्जी है। पिछले एक महीने से क्राइम रिपोर्टर्स को इंफॉर्मेशन सर्कुलेट की जा रही थी कि अगला निशाना अभिनेता शाहरुख खान हैं।”

नवाब मलिक ने एनसीबी पर हमला बोलते हुए कहा कि  ‘एनसीबी का गठन विभिन्न राज्यों और अंतरराष्ट्रीय ड्रग मामलों को देखने के लिए किया गया था। एनसीबी मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत मामले के बाद से चर्चा में है। सुशांत सिंह मामले में अधिकार क्षेत्र से बाहर बिहार में मामला दर्ज किया गया था। यह एक हत्या का मामला था कि पंजीकृत किया गया था जो फिल्म उद्योग को बदनाम करने का एक प्रयास था’।


एनसीबी ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी और छापेमारी के बारे में जानकारी दी। एनसीबी ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि ‘एनसीबी मुंबई टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल ग्रीन गेट मुंबई और कॉर्डेलिया क्रूज जहाज पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान कोकीन, चरस, एमडीएमए जैसी विभिन्न दवाओं के साथ 8 लोगों कोमोके पर गिरफ्तार किया गया। एनसीपी नेता के आरोपों पर एनसीबी की तरफ से कहा गया है कि अगर वे (एनसीपी) अदालत जाना चाहते हैं, तो वे जा सकते हैं और न्याय मांग सकते हैं। हम वहीं जवाब देंगे। हमने सब कुछ कानून के अनुसार किया है। संगठन के खिलाफ लगाए गए कुछ आरोप निराधार हैं और ऐसा लगता है कि वे वैर और संभावित पूर्वाग्रह के साथ थे, जो एनसीबी द्वारा की गई पहले की कानूनी कार्रवाई के प्रतिशोध में परेशान हो सकते थे। एनसीबी ने ये भी कहा कि हमारी प्रक्रिया पेशेवर और कानूनी रूप से पारदर्शी और निष्पक्ष रही है और ये जारी रहेगी।

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