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Blind Review: ठंडी क्राइम-सस्पेंस परोस गए शोम मखीजा, सोनम कपूर की ‘ब्लाइंड’ में थ्रिल की कमीं

नई दिल्ली। सोनम कपूर ने बड़ी ही ख़ामोशी से चार साल बाद ‘ब्लाइंड’ से फिल्मों में वापसी की है। सोनम की ये फिल्म सिनेमाघरों के बजाय ओटीटी प्लटफॉर्म जियो सिनेमा पर रिलीज की गई है। इसी के साथ ये फिल्म सोनम का ओटीटी डेब्यू भी है। तो अगर आप भी सोनम की फिल्म ‘ब्लाइंड’ देखने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले पढ़ लीजिए हमारा पूरा रिव्यू…

क्या है कहानी

फिल्म ‘ब्लाइंड’ की कहनी एक जिया नाम की लड़की की है, जो स्कॉटलैंड के ग्लासगो में रहती है और अपने डिपार्टमेंट की बेस्ट पुलिस ऑफिसर है। लेकिन एक हादसे में जिया अपने भाई और अपनी आंखों की रौशनी दोनों खो देती है। अब जिया अंधेरे में अपनी जिंदगी गुजार रही है। अब न ही उसके पास भाई है और न ही उसकी नौकरी। एक दिन जिया अपनी मां से मिलने जाती है और टैक्सी ड्राइवर के भेष में उसे एक साइको किलर (पूरब कोहली) मिल जाता है।

रास्ते में ये किलर जिया पर वार करता है और जिया जैसे-तैसे उसके चंगुल से भागकर पुलिस के पास पहुंचती है और शिकायत दर्ज करवाती है। हालांकि यहां जिया को ज्यादा फायदा नहीं होता है। पुलिस ऑफिसर पृथ्वी (विनय पाठक) अधूरे मन से जिया की बात मानकर मामले की जांच शुरू करते हैं। लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि जिस किलर को वो ढ़ूंढ़ रहे हैं वो इतना खतरनाक है। जिया और किलर दोनों ने एक-दूसरे को खत्म करने की कसम खा ली है। पूरी फिल्म भी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है।

शोम मखीजा ने इस फिल्म को डायरेक्ट किया है। फिल्म के लोकेशन वगेरा तो अच्छे चुने गए हैं। लेकिन फिल्म में थ्रिल की काफी कमी है। ‘ब्लाइंड’ में आप अंत तक अंधेरे में ही रहते हैं। फिल्म में ये तक नहीं बताया गया है कि आखिर ये साइको किलर साइको किलर क्यों बना? फिल्म काफी फ्लैट तरीके से आगे बढ़ती है। क्लाइमेक्स में भी वो बात नहीं हैं। डायलॉग्स की कमीं खलती है।

सोनम कपूर ने अपने कम्फर्ट से निकलकर कुछ करने की कोशिश की है और उसमें वो कामयाब भी रही हैं। सोनम ने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। साइको किलर के रूप में हल्के डायलॉग्स बुलवाकर पूरब कोहली के टैलेंट को वेस्ट किया गया है। आलसी पुलिस इन्स्पेक्टर के रूप में विनय पाठक ने ठीक काम किया है। शुभम सराफ, लिलेट दुबे और दानिश राजवी ने भी अपने किरदारों को अच्छे से निभाया है। कुल मिलाकर फिल्म ‘ब्लाइंड’ की स्टोरी दमदार थी, जिसे डिलीवर करने में शोम मखीजा चूक गए और एक ठंडी क्राइम-थ्रिलर जनता के सामने परोस दी।

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