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प्रवासी मजदूरों के लिए फरिश्ता बने सोनू सूद, पैदल जा रहे श्रमिकों से मांगा उनका मोबाइल नंबर

लॉकडाउन के चलते मजदूरों का काफी बुरा हाल हो गया है, अपने घर जाने के लिए कोई पैदल तो कोई ट्रक और ट्रेन से घर पहुंच रहा है। जहां सरकार इन मजदूरों की मदद कर रही हैं तो वहीं बॉलीवुड सितारे भी गरीब और मजदूरों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं सोनू सूद।

नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते मजदूरों का काफी बुरा हाल हो गया है, अपने घर जाने के लिए कोई पैदल तो कोई ट्रक और ट्रेन से घर पहुंच रहा है। जहां सरकार इन मजदूरों की मदद कर रही हैं तो वहीं बॉलीवुड सितारे भी गरीब और मजदूरों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं सोनू सूद।


सोनू ने मजदूरों की दिल खोलकर मदद कर रहे हैं। पहले उन्होंने बस की व्यवस्था कर 350 श्रमिकों को घर भेजा और अब वो सोशल मीडिया के जरिये मजदूरों के नंबर ले रहे हैं जिससे वो उन्हें घर पहुंचा सके।

दरअसल, सोनू सूद ट्विटर के जरिए घर जानें वाले मजदूरों से संपर्क साध रहे हैं और उन्हें घर सकुशल पहुंचाने का वादा कर रहे हैं। बिहार के रहने वाले एक मजदूर ने ट्वीट कर बताया कि वो पास के पुलिस थाने में कई दिनों से चक्कर काट रहे हैं। वो लोग धारावी में रहते हैं और अभी तक उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया है। सोनू सूद ने इस मजदूर के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, ‘भाई चक्कर लगाना बंद करो और रिलैक्स करो, दो दिनों में बिहार में अपने घर का पानी पियोगे, डिटेल भेजो।’

वहीं एक दूसरे ट्वीट में एक व्यक्ति ने लिखा, ‘ईस्ट यूपी में कहीं भी भेज दो सर, वहां से पैदल चले जाएंगे।’ सोनू ने इस ट्वीट के जवाब में लिखा, पैदल क्यों जाओगे दोस्त, नंबर भेजो।

वहीं एक यूजर ने सोनू सूद की तारीफ करते हुए लिखा, ‘एक सुषमा स्वराज थीं दो विदेश में फंसे लोगों को भारत ले आईं और एक सोनू सूद हैं जो देश में फंसे मजदूरों को उनके घर भेज रहे हैं। 24 घंटे के लिए मैं अपने प्रोफाइल पर सोनू सूद की फोटो उनके समर्थन के लिए लगा रहा हूं। बहुत बहुत प्यार। ‘सोनू ने इस ट्वीट पर जवाब दिया, ‘दिल में प्रोफाइल पिक्चर जिंदगी भर के लिए लगाना 24 घंटे के लिए नहीं।’

आपको बता दें सोनू सूद प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के अलावा, कोरोना वॉरियर्स के लिए अपने होटल भी खोल दिए थे और 45 हजार लोगों को हर रोज खाना भी खिला रहे थे। इस संकट की घड़ी में सोनू सूद जिस तरह से मसीहा बनकर आगे आए हैं वो वाकई में कबीले तारीफ है।

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