नई दिल्ली। 94वें ऑस्कर एकेडमी अवॉर्ड्स का आगाज हो चुका है। कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलिस के ‘डॉल्बी थिएटर’ में कल से ही कार्यक्रम का आयोजन हो शुरू चुका है। हालांकि भारत में ऑस्कर की ब्रॉडकास्टिंग आज से शुरू हुई है। इस बार के ऑस्कर एकेडमी अवॉर्डस शो को Amy Schumer, Regina Hall और Wanda Skyes होस्ट कर रहे हैं। इस साल के ऑस्कर अवार्ड्स में सपोर्टिंग रोल में बेस्ट एक्टर के नाम का ऐलान होते ही एक नया इतिहास रच गया है। ये पुरस्कार खास इसलिए है, क्योंकि इस बार बेस्ट एक्टर का पुरस्कार इस साल एक मूक बधिर (Deaf) अभिनेता ट्रॉय कोत्सुर को मिला। इस तरह से कोत्सुर ऑस्कर अवॉर्ड जीतने वाले पहले मूक बधिर (deaf) मेल एक्टर बन गए हैं। उन्हें ये अवॉर्ड भावनात्मक इंडी ड्रामा “कोडा” (CODA) में सपोर्टिंग रोल निभाने के लिए मिला दिया गया है। अभिनेता ट्रॉय कोत्सुर के नाम की घोषणा होते ही पूरा थियेटर तालियों की गड़गड़हट से गूंज उठा,साथ ही उन्हें इस समारोह में स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया गया।
ट्रॉय कोत्सुर (Troy Kotsur) प्रतिभाओं की इस भारी भीड़ में विजेता के रूप में उभरे, जिसमें जेसे प्लेमोन्स (“The Power of the Dog”), कियारान हाइंड्स (“Belfast”), जे. के. सिमंस (“Being the Ricardos”) और कोडी स्मिट-मैक्फी (“The Power of the Dog”) शामिल थे। पुरस्कार लेने के बाद सांकेतिक भाषा में कोत्सुर ने कहा, “इस सफर में यहां तक पहुंचना मेरे लिए काफी शानदार है। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि मैं यहां पर हूं।” उन्होंने आगे कहा, “ये मूक बधिर लोगों, CODA कम्युनिटी, विकलांग कम्युनिटी के लिए समर्पित है।” कोत्सुर ने दक्षिण कोरियाई एक्ट्रेस योन युह-जुंग (Youn Yuh-jung) के हाथों से अवार्ड प्राप्त किया, जिन्हें पिछले साल मिनारी (Minari) में उनकी एक्टिंग के लिए बीते साल बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का ऑस्कर अवॉर्ड मिला था। “CODA” एक संक्षिप्त शब्द है, जिसे मूक बधिर वयस्क बच्चे के लिए इस्तेमाल किया गया है। इसमें कोत्सुर ने फ्रैंक रोसी का किरदार निभाया है, जिसके परिवार के मछली पालन के बिजनेस को जलवायु में बदलाव के कारण जूझना पड़ता है।
The Oscar for Actor in a Supporting Role goes to Troy Kotsur for his spectacular performance in ‘CODA.’ Congratulations! #Oscars @troykotsur pic.twitter.com/pX3tZGzt2X
— The Academy (@TheAcademy) March 28, 2022
बता दें, जन्म से ही मूक बधिर, 53 वर्षीय कोत्सुर दशकों से एक स्टेज एक्टर के रूप में स्थापित हैं। इसके अलावा कोत्सुर ने ऑस्कर से पहले इसी महीने ‘बाफ्टा’ (BAFTA) और ‘सैग’ (SAG) पुरस्कारों पर भी अपना नाम दर्ज किया है। लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी मूक बधिर अभिनेता ने ऑस्कर जीता हो। इससे पहले अभिनेत्री मार्ली मैटलिन ने 1986 में आई रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘चिल्ड्रन ऑफ ए लेसर गॉड’ में ‘सारा नार्मन’ की भूमिका निभाने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री की कैटेगरी में ऑस्कर जीता था। उस समय वो मात्र 18 साल की थीं। मैटलिन ऑस्कर जीतने वाली पहली बधिर कलाकार थीं।