नई दिल्ली। मार्वल सीरीज की एक और फिल्म थॉर: लव एंड थंडर रिलीज़ हो गयी है। फिल्म का काफी लम्बे समय से लोग इतंजार कर रहे हैं। काफी समय से यह फिल्म चर्चा में है क्योंकि फिल्म मार्वल वालों की है। कॉमिक्स से निकली हुई कहानियां जब परदे पर आती हैं तब लोग उनके लिए बहुत उत्साहित भी होते हैं और उन्हें खूब पसंद भी करते हैं यही मार्वल सीरीज के साथ भी है। मार्वल अपनी फिल्म और सीरीज के ज़रिये, ऐसी काल्पनिक दुनिया में ले जाते हैं जिनमें आपका दिल लग जाता है। ये बात जरूर है कि उस दुनिया को समझने के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है पर एक बार जब आप उससे जुड़ जायेंगे तो फिर आपको मार्वल के यूनिवर्स से निकलने में समय लगेगा।
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी रोमांच से भरी हुई है और साथ ही फिल्म में कॉमेडी और एक्शन सीक्वेंस का तड़का भी है। कहानी की बात करें तो अच्छाई और बुराई की देव और दानव की लड़ाई है। जैसे आप आम फिल्मों या सीरीज में देखते हैं एक इंसान होता है जिसे बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और उसके बाद वो रिबेल बनकर खड़ा हो जाता है। ठीक वैसी ही कहानी ये भी है। “गौर द गॉड बुचर” के रूप में महान अभिनेता क्रिस्चियन बेल हैं जो दुनिया से सारे ही गॉड्स यानी भगवान को खत्म करना चाहते हैं। वो भगवान को क्यों मारना चाहते हैं इसके पीछे एक कारण है, जो आपको फिल्म देखने पर ही पता चलेगा। थॉर के रूप में क्रिस हैम्सवर्थ हैं, जिनकी वजह से आपको फिल्म में एक्शन, कॉमेडी और इमोशनल सीन्स देखने को मिलते हैं। इसके अलावा कुछ डरावने सीन भी फिल्म में देखने को मिलते हैं। थॉर का साथ जब कोई नहीं देता है तब थॉर को गौर से अकेले ही लड़ना पड़ता है। गौर के पास कुछ ऐसी शक्तियां भी हैं जिनसे वो सामने वाले का दिल और दिमाग पढ़ सकता है, इसके अलावा वो अपना शरीर खत्म होने के बाद भी अपने शरीर को फिर से खड़ा कर सकता है। सारे ही गॉड्स (भगवान) को गौर के इस एविल अवतार से चिंता होती है और जिस तरह से वो सभी गॉड्स को मार रहा है, उसके कारण उन्हें लगता है कि कहीं गौर उन्हें भी मार न दे, इसलिए वो सब छिपे रहना चाहते हैं। आखिरी में गौर और थॉर की मजेदार लड़ाई देखने को मिलती है। थॉर बच्चों को बचाने के लिए आगे बढ़ता है। गौर भी काफी लड़ाई के बाद कमजोर हो जाता है और थॉर, गौर को समझाता है कि अब गौर, गॉड्स को न मारे। उसके बाद बेहतरीन इमोशनल सीन के साथ फिल्म खत्म होती है और बताकर जाती है कि एक बार फिर से आप मार्वल सीरीज की धमाकेदार फिल्म के लिए तैयार रहिएगा।
कैसी है फिल्म (फिल्म रिव्यू )
फिल्म धमाकेदार है। जब आप इसे देखेंगे तो एक अलग यूनिवर्स में खो सकते हैं और शायद आप जब थिएटर के बाहर आएं तब आपको ये आभास हो कि आपकी दुनिया वो फ़िल्मी दुनिया नहीं बल्कि ये असल दुनिया है जहाँ आप रहते हैं । इस फिल्म में ये ताक़त है कि ये आपको ऐसे विज़ुअल्स दिखाती है ऐसे ग्राफ़िक दिखाती है और करैक्टर को ऐसे बनाती है कि आप उनकी दुनिया में खो जाते हैं। भले ही कहानी यथार्थ से प्रेरित न रहती हो लेकिन कहानी में इतने ज्यादा ह्यूमेन इमोशन होते हैं जो आपको जोड़ लेते हैं। इसके अलावा सत्य पर असत्य की जीत तो आपने सुना ही होगा। यहां भी अंत में वही दिखाने का प्रयास होता है कि कैसे तगड़े से तगड़े विलेन को एक सुपरहीरो हरा देता है। कैसे असत्य की हार और सत्य की जीत होती है। ओवरआल फिल्म में इमोशन, कॉमेडी एक्शन, थ्रिलर, फैंटसी और मजेदार वीएफएक्स का भण्डार है। फिल्म की राइटिंग , डायरेक्शन, एडिटिंग और प्रत्येक डिपार्टमेंट में, फिल्म ने अपने जलवे दिखाए हैं। अगर कम शब्दों में कहूं तो बस इतना समझिये कि जब आप इस फिल्म को देख रहे होंगे तब आपको शायद ही कुछ और, याद रहे, और आप बस इस फिल्म की कहानी के होकर रह जाएंगे। हाँ ये बात अलग है कि फिल्म मार्वल की पिछली फिल्मों की अपेक्षा कुछ कमतर है लेकिन उसकी वजह से फिल्म के मार्क्स नहीं कटते हैं।
फिल्म को डायरेक्ट टाईका वाईटीटी ने किया है इसके अलावा फिल्म में काम क्रिस हेम्सवर्थ , नताली पोर्टमैन , क्रिश्चियन बेल , टेसा थॉम्प्सन और क्रिस प्रैट ने किया है। फिल्म को लिखा जेनिफर केटिन रॉबिन्सन और टाइका वाइटीटी ने है।