नई दिल्ली। बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री लैला खान और उनके परिवार के पांच अन्य सदस्यों की हत्या के मामले में मुंबई की सेशंस कोर्ट ने उनके सौतेले पिता परवेज टाक को फांसी की सजा सुनाई है। यह वीभत्स हत्याकांड 2011 का है जब दोषी ने लैला खान, उनकी मां और उनके चार भाई-बहनों की बेरहमी से हत्या कर उनके शवों को नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके फार्म हाउस में दफना दिया था। आइए आपको लैला खान और इस हत्याकांड के बारे में विस्तार से बताते हैं।
लैला खान का असली नाम रेशमा पटेल था लेकिन फिल्मों में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल लिया। लैला ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत कन्नड़ फिल्म से की थी हालांकि बॉलीवुड में लैला ने दिवंगत सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ भी काम किया था। वफा: ए डेडली लव स्टोरी नाम की इस फिल्म में लैला ने काफी जबर्दस्त बोल्ड सीन देकर सुर्खियां बटोरी थीं। लैला और उनके परिजनों की हत्या मामला तब प्रकाश में आया जब लैला के जेनेरिक पिता नादिर पटेल ने जुलाई 2012 में मुंबई के ओशिवारा में परवेज टाक के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज कराया। परवेज टाक लैला की मां का तीसरा पति था। हत्या के कुछ महीने बाद परवेज को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसे मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया।
शुरुआती पूछताछ में हत्यारोपी परवेज ने पुलिस को इधर-उधर घुमाने की कोशिश की लेकिन मामले की खोजबीन और सख्ती से पूछताछ के बाद उसने हत्या की बात स्वीकार ली। उसने बताया कि लैला, उसकी मां और चार भाई बहनों के शवों को फार्महाउस के स्विमिंग पूल के गड्ढे में मिट्टी डालकर नीचे दबा दिया था। हत्यारोपी परवेज टाक की निशानदेही पर पुलिस को 6 मानव कंकाल मिले। परवेज ने हत्या का कारण बताते हुए कहा था कि वह लैला की मां के पहले पति शेख को नापसंद करता था और लैला के परिवार के दुबई चले जाने से वो खुद को अकेला महसूस रहा था, इसीलिए उसने सबकी हत्या कर दी।