News Room Post

Bihar Firing: नीतीश सरकार के दौर में बिहार में अपराधी बेलगाम!, अवैध खनन के खिलाफ बैठी पंचायत पर एके-47 से फायरिंग, 1 की मौत

firing by ak 47

पटना। बिहार में लालू और तेजस्वी यादव की आरजेडी, सीएम नीतीश कुमार की जेडीयू और कांग्रेस के महागठबंधन का राज है और इस राज में अपराधी बेलगाम दिख रहे हैं। बिहार में अपराधी इतने बेलगाम हो चुके हैं कि वो दिनदहाड़े एके-47 जैसे प्रतिबंधित और खतरनाक हथियारों से फायरिंग कर रहे हैं और लोगों की जान ले रहे हैं। घटना बिहार की राजधानी पटना के बिहटा थाना इलाके की है। हिंदी अखबार दैनिक जागरण के मुताबिक यहां के पथलौटिया में बालू की अवैध निकासी करने वाले माफिया के खिलाफ शनिवार को पंचायत बैठी थी। आरोप है कि खनन माफिया यहां कथित तौर पर एके-47 और अन्य अत्याधुनिक हथियार लेकर पहुंचे और उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में रामविचार राय नाम के किसान की मौत हुई और 2 अन्य घायल हुए।

बिहटा में खनन माफिया की फायरिंग की खबर जानकर एसपी सिटी राजेश कुमार बड़ी संख्या में पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे। वहां लोग उत्तेजित थे। किसी तरह समझा बुझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। दूसरी तरफ हालत ये थी कि गंगा घाट पर खनन माफिया आपस में ही भेड़ गए। इस दौरान बालू खनन करने वाली तीन पोकलेन मशीनें आग के हवाले कर दी गईं। शनिवार को हुई इस घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद पाटलिपुत्र के बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव और नेता विपक्ष विजय कुमार सिन्हा मृतक रामविचार राय के घर पहुंचे और परिवार से मुलाकात की। रामविचार की पत्नी ने करीब 12 लोगों को नामजद किया है। पुलिस के मुताबिक इनमें से 2 धर लिए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बिहटा के इस इलाके में खनन माफिया लगातार लोगों की जान ले रहा है। एसपी ने कहा कि खनन माफिया को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि नदी के किनारे पुलिस आउटपोस्ट बनाई जाएगी।

बता दें कि बीते दिनों ही बिहार में ही बिजली न आने के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे थे। उसी दौरान भीड़ के उत्तेजित होने और पथराव करने के बाद पुलिस ने फायरिंग की। पुलिस की फायरिंग के दौरान ही भीड़ में मौजूद एक शख्स ने तीन लोगों को गोली मार दी थी। इस घटना में 2 लोगों की जान चली गई थी। गोली मारने के बाद आरोपी मौके से आराम से निकल भागा था।

Exit mobile version