News Room Post

आंध्रप्रदेश के कोविड केयर सेंटर में आग से 10 की मौत, जांच समिति गठित

विजयवाड़ा। आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में रविवार अल सुबह एक निजी अस्पताल द्वारा एक होटल में चलाए जा रहे कोविड केयर सेंटर में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अल्ला नानी ने यह जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस घटना की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्वर्ण पैलेस होटल में घटनाक्रम का निरीक्षण किया। इस होटल को एक निजी अस्पताल द्वारा कोविड केयर सेंटर में बदला गया है, जिसके लिए होटल को भुगतान भी किया गया है।

उन्होंने कहा कि जांच समिति को 48 घंटे के भीतर सरकार को घटनाक्रम से संबंधित अपने निष्कर्ष सौंपने का काम सौंपा गया है। स्थानीय अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि आग सुबह 4.45 बजे लगी थी, जबकि फायर स्टेशन को सुबह 5.09 बजे इसके बारे में पहली सूचना मिली।

सेंटर के दो कर्मचारियों की हालत गंभीर है, ये लोग इमारत से निकलने के लिए पहली मंजिल से कूद गए थे। हादसे के समय इमारत में करीब 50 लोग थे, जिनमें से 31 कोविड-19 मरीज थे और शेष चिकित्सा कर्मचारी और सहायक कर्मचारी थे। शहर के पुलिस आयुक्त श्रीनिवास राव ने कहा, “शुरुआती जानकारी के मुताबिक, धुएं के कारण दम घुटने से सबसे ज्यादा जनहानि हुई है।”

दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। साथ ही सेंटर में भर्ती अन्य रोगियों को पास के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इमारत के ग्राउंड फ्लोर में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग पहली मंजिल तक पहुंच गई। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इस घटना पर दुख जताया है और जांच के आदेश दिए हैं।

विजयवाड़ा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राज्यमंत्री वेल्लमपल्ली श्रीनिवास ने घटनास्थल का दौरा कर बचाव कार्यों की निगरानी की। मंत्री ने कहा कि जांच के दौरान इस बात पर गौर किया जाएगा कि यह दुर्घटना थी या अस्पताल प्रबंधन की ओर से लापरवाही के कारण हादसा हुआ।

इससे पहले मई में आंध्र प्रदेश में विशाखापटट्नम में एलजी पॉलिमर में हुए गैस रिसाव के कारण 12 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। वहीं हाल ही में शराब की लत के कारण सैनिटाइजर का सेवन कर रहे 12 व्यक्तियों की मौत हो गई थी।

Exit mobile version