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Amritsar Blast: अमृतसर धमाका मामले में पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार, डर फैलाने के लिए पटाखों वाले विस्फोटकों के इस्तेमाल का आरोप

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अमृतसर। पंजाब के धार्मिक शहर अमृतसर में बीती रात हुए धमाके का केस सुलझाने का पुलिस ने दावा किया है। पुलिस ने 5 लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया है। इनमें एक नव दंपति भी बताए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक पटाखों में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटकों से धमाका किया गया। आरोपियों का मकसद लोगों में डर पैदा करना था। बुधवार रात को स्वर्ण मंदिर के पास धमाका हुआ था। इससे पहले बीते हफ्ते शनिवार और उससे 36 घंटे पहले भी स्वर्ण मंदिर की तरफ जाने वाले हेरिटेज रोड पर 2 अलग-अलग धमाके हुए थे। इनमें से एक धमाके में 1 श्रद्धालु जख्मी भी हुआ था।

खास बात ये है कि पंजाब में पिछले करीब 1 साल से इस तरह डर फैलाने का मौहाल शरारती तत्व बना रहे हैं। मोहाली में पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के मुख्यालय पर भी रॉकेट से हमला किया गया था। उस मामले में भी पंजाब पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और फिर आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह ने पुलिस को चुनौती देनी शुरू की थी। उसने अजनाला थाने में समर्थकों के साथ घुसकर पुलिस को निशाना बनाया था और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक को इंदिरा गांधी जैसा हश्र करने की धमकी दी थी। बड़ी मशक्कत के बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और उसके खास गुर्गों को बड़ा ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया था।

पंजाब में खालिस्तानी तत्व लगातार खुद को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाला और उसके साथियों ने 1980 के दशक में पंजाब को आतंकवाद की राह पर धकेल दिया था। तब पंजाब में जमकर खून-खराबा हुआ था। यहां तक कि सीएम बेअंत सिंह को भी कार बम धमाके में मार डाला गया था। इसके बाद केपीएस गिल को पंजाब का डीजीपी बनाया गया था। गिल ने पंजाब पुलिस को मजबूत करते हुए पंजाब से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को समूल नष्ट कर दिया था।

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