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Kanpur Violence: कानपुर हिंसा मामले में अब तक 50 गिरफ्तार, करीब 150 मकानों की हुई पहचान, बौखलाए शहर काजी ने दी धमकी ‘अगर बुलडोजर चला तो…’

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नई दिल्ली। कानपुर हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति का पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है। बयानों की बयार बह रही है। राजनीति जगत से लेकर हर क्षेत्र से जुड़े लोग खुलकर उक्त मसले पर अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। अब तक पुलिस की तरफ से कानपुर हिंसा मामले में संलिप्त 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बीते सोमवार को पुलिस की तरफ से 40 आरोपियों की तस्वीर साझा कर लोगों से उनके बारे में जानकारी देने की अपील की गई थी। इसके लिए बकायदा पुलिस प्रशासन की तरफ से दूरभाष नंबर भी जारी किया गया है, जिस पर संपर्क कर अगर आप इनमें से किसी भी आरोपी के बारे में कुछ जानते हैं, तो पुलिस को जानकारी दे सकते हैं। उधर, इस पूरे मसले को लेकर राजनीति गलियारों में भी प्रतिक्रियाओं का बाजार गुलजार हो रहा है। किसी के बयानों का विरोध किया जा रहा है, तो किसी के बयानों का समर्थन किया जा रहा है।

वहीं, इस बीच कानपुर हिंसा के खिलाफ कार्रवाई होने के उपरांत कानपुर शहर के काजी अब्दुल कुद्दूस ने कहा कि, ‘”अगर बुलडोजर चला तो सिर पर कफन बांधकर उतरेंगे,मुसलमानों पर एकतरफा कार्रवाई हो रही है, घर तोड़ेंगे तो मरने के लिए तैयार हैं,वहां समझदार लोग नहीं थे, सभी बच्चों को छोड़ें, नुपुर शर्मा पर क्या कार्रवाई हुई।” उन्होंने आगे कहा कि सब्र की इंतहा हो रही है। बहरहाल, उनका बयान अभी खासा सुर्खियों में है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं।

आपको बता दें कि बीते दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगंबर के बारे में विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद उनके बयान का विरोध किया जाना लगा। इतना ही नहीं, विरोध की ये लपटे इस्लामिक देशों तक भी पहुंची थी। हालांकि, मुस्लिम समुदाय की तरफ से प्रकट किए गए रोष के बाद अब नूपुर को पार्टी ने आगामी 6 वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है। लेकिन ओवैसी अब उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी के निलंबन की कार्रवाई को महज एक औपचारिकता करार दिया है। वहीं, बीते दिनों में नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में कानपुर में कुछ एक लोगों ने हिंसा की वारदात को अंजाम दिया था। वो भी ऐसे वक्त में जब प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत अन्य गणमान्य लोग रैली करने पहुंचे थे। बहरहाल, पुलिस की तरफ से अभी तक उक्त मसले को संज्ञान में लेने के बाद अब तक 35 लोगों की गिरफ्तारी का जा चुकी है और 40 लोगों की तस्वीरें सार्वजनिक की जा चुकी है। अब ऐसी स्थिति में इस पूरे मसले पर क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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