नई दिल्ली। बांग्लादेश में नई सरकार के गठन के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सनातन धर्मावलंबी परिवारों पर हो रहे हमलों और धमकियों ने उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसी बीच, इस्कॉन से जुड़े परिवारों पर हो रहे अत्याचारों के चलते एक नाबालिग हिंदू लड़की भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ी गई।
उत्तर दिनाजपुर में BSF ने पकड़ी नाबालिग लड़की
मंगलवार रात भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के चोपड़ा ब्लॉक के फतेपुर बीओपी इलाके में बांग्लादेश की एक नाबालिग लड़की को पकड़ा। यह लड़की बांग्लादेश के पंचागढ़ जिले से है और इस्कॉन से जुड़े एक हिंदू परिवार की सदस्य है।
इस्कॉन परिवारों को मिल रहीं धमकियां
लड़की के नाना ने बताया कि इस्कॉन से जुड़े हिंदू परिवारों को बांग्लादेश में लगातार धमकियां मिल रही थीं। इन धमकियों में खास तौर पर बच्चियों को उठाने की बात कही जा रही थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदू परिवारों के खिलाफ दुष्कर्म, हत्या और अन्य जघन्य अपराध हो रहे हैं। नाना के मुताबिक, वहां के हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि हिंदू परिवार खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
भारत में रिश्तेदार के पास जाने की कोशिश
नाबालिग लड़की जलपाईगुड़ी के बेलाकोबा में अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए सीमा पार करने का प्रयास कर रही थी। बीएसएफ ने उसे पकड़कर पूछताछ की और मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने लड़की के बेलाकोबा में रह रहे रिश्तेदारों से संपर्क किया।
बाल कल्याण संघ की देखरेख में भेजी गई लड़की
पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नाबालिग लड़की को जिला बाल कल्याण संघ के माध्यम से सुरक्षित घर भेजने की व्यवस्था की। लड़की की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं।
ISKCON Member in Uttara, Dhaka, Brutally Attacked by Radical Islamists; Victim Goes Live Detailing Assault. pic.twitter.com/eqciPvwJE4
— Angry Saffron (@AngrySaffron) December 10, 2024
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति पर उठे सवाल
इस घटना ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत में शरण लेने वाले सनातन धर्मावलंबी परिवार भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग बढ़ती जा रही है।