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Census: अगले साल कराई जा सकती है ऑनलाइन जनगणना, आधार और मोबाइल का देना होगा नंबर, पूछे जाएंगे ये 31 सवाल

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीते दिनों मीडिया को बताया था कि इस बार सरकार ऑनलाइन जनगणना कराने जा रही है। इसके लिए पोर्टल और मोबाइल फोन एप लाया जाएगा। अब ताजा जानकारी ये मिल रही है कि लोकसभा चुनाव के बाद ही जनगणना होने के आसार हैं। लोकसभा चुनाव अगले साल मार्च-अप्रैल में होंगे और फिर मई में नतीजे आएंगे। यानी जून 2024 से पहले जनगणना होने की फिलहाल उम्मीद नहीं है। साल 2011 में आखिरी जनगणना हुई थी। तब पता चला था कि देश की आबादी 121 करोड़ है। जनगणना का काम 2021 में होना था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसे नहीं कराया जा सका।

ऑनलाइन जनगणना में आधार कार्ड और मोबाइल का नंबर देना होगा।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक महापंजीयक और जनगणना आयुक्त के दफ्तर से इस साल जनवरी में प्रशासनिक सीमाओं को फ्रीज करने की तारीख और नए जिलों और उप जिलों के बनने की तारीख 30 जून तक बढ़ाई गई है। ऐसे में 3 महीने यानी सितंबर के बाद ही जनगणना हो सकती है। इस काम में 30 लाख सरकारी कर्मचारी भी लगाए जाएंगे। उनको ट्रेनिंग भी देनी होती है। सूत्रों के मुताबिक ऑनलाइन जनगणना के लिए वेबसाइट और मोबाइल एप तैयार हैं। इनको लॉन्च किया जाना है। सूत्रों का ये भी कहना है कि ऑनलाइन जनगणना में आधार और मोबाइल नंबर की जानकारी लोगों को देनी होगी।

सूत्रों के मुताबिक जनगणना में करीब 31 सवाल पूछे जाएंगे। इनमें परिवार के पास टेलीफोन, इंटरनेट, मोबाइल, वाहन, शौचालय, जलनिकासी, पेयजल, बिजली, कौन सा अनाज खाते हैं, घर में इस्तेमाल होने वाले ईंधन, रसोई है या नहीं, रसोई गैस कनेक्शन, टीवी, रेडियो, घर की दीवार और छत किस चीज से बनी है, परिवार के सदस्यों की संख्या, मुखिया पुरुष या महिला, मुखिया अनुसूचित जाति का या जनजाति का, घर में कमरों की संख्या, परिवार में विवाहित लोगों की संख्या जैसे सवाल होंगे। सभी सवालों का जवाब देना होगा।

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