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JNUSU Election: 5 साल बाद जेएनयू छात्रसंघ के होने वाले हैं चुनाव, एबीवीपी और एसएफआई में फिर देखने को मिल सकता है मुकाबला

JNU

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कुछ दिनों में होने जा रहा है। इससे ठीक पहले दिल्ली में बड़ी चुनावी जंग देखने को मिलने वाली है। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी यानी जेएनयू में छात्रसंघ के चुनाव होने हैं। जानकारी के मुताबिक जेएनयू छात्रसंघ के चुनाव 22 मार्च को होंगे। इन चुनावों के नतीजे 24 मार्च को आएंगे। माना जा रहा है कि हर बार की तरह इस बार भी जेएनयू में एबीवीपी और वामदल समर्थित एसएफआई के बीच चुनावी जंग होगी। जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव के लिए वोटर लिस्ट जारी कर दी गई है। जेएनयू छात्रसंघ के चुनाव इससे पहले साल 2019 में हुए थे।

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव की मांग लंबे अर्से से की जा रही थी। इसी मांग के जोर पकड़ने के बाद जेएनयू प्रशासन ने छात्रसंघ चुनाव की तारीख का एलान किया है। जो वोटर लिस्ट जारी की गई है, उसमें सुधार के लिए छात्र अपना प्रतिवेदन दे सकते हैं। वोटर लिस्ट को सुधारने का काम मंगलवार को होगा। इसके बाद वोटर लिस्ट में कोई सुधार नहीं होगा और उसमें जिन छात्रों के नाम होंगे, वे ही जेएनयू छात्रसंघ के चुनाव में वोट डाल सकेंगे। जेएनयू प्रशासन के मुताबिक 14 मार्च को शाम 5 बजे तक नामांकन पत्र लिए जा सकते हैं। अगले दिन यानी 15 मार्च को शाम 5 बजे तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे और फिर शनिवार को वैध नामांकन के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके बाद उसी दिन दोपहर 1 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

जेएनयू छात्रसंघ में हमेशा ही एबीवीपी और एसएफआई के बीच मुकाबला होता रहा है। यहां की परिपाटी रही है कि वामदल समर्थित एसएफआई के नेता ही ज्यादातर सीटों पर चुनाव जीतते रहे हैं। इस वजह से इसे वामदलों का बड़ा गढ़ भी माना जाता है। जेएनयू छात्रसंघ का चुनाव जीतने वाले तमाम छात्रनेता बाद में राजनीति के अखाड़े में भी उतरते रहे हैं। मसलन कन्हैया कुमार छात्रसंघ अध्यक्ष थे और वो अब कांग्रेस में युवाओं के बड़े नेता के तौर पर पहचाने जाते हैं।

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