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Gopal Khemka Murder Case: गोपाल खेमका हत्याकांड में बिहार के डीजीपी का खुलासा, कारोबारी ने इस तरह अपनी सुरक्षा को खतरे में डाला!

Gopal Khemka Murder Case: गोपाल खेमका की शुक्रवार रात उस वक्त हत्या कर दी गई थी, जब वो अपने घर के गेट पर पहुंचे ही थे। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। सीसीटीवी फुटेज में दिखा था कि गोपाल खेमका पटना में अपने घर के गेट पर कार से पहुंचे ही थे कि वहां पहले से घात लगाए हुए हत्यारे ने पास जाकर उनको गोली मार दी और मौके से फरार हो गया। बिहार के डीजीपी ने उनकी सुरक्षा के मामले में अब बड़ा दावा किया है।

पटना। पटना के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में बिहार के डीजीपी विनय कुमार का बयान आया है। बिहार के डीजीपी के मुताबिक छह साल तक गोपाल खेमका के पास सुरक्षाकर्मी था। डीजीपी का कहना है कि गोपाल खेमका ने अपनी मर्जी से सुरक्षाकर्मी हटवा दिया। डीजीपी के मुताबिक गोपाल खेमका की हत्या करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए बिहार एसटीएफ की चार टीमों को लगाया गया है। गोपाल खेमका की हत्या के कारण बिहार की सियासत गर्माई हुई है। बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने गोपाल खेमका के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा।

गोपाल खेमका की शुक्रवार रात उस वक्त हत्या कर दी गई थी, जब वो अपने घर के गेट पर पहुंचे ही थे। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। सीसीटीवी फुटेज में दिखा था कि गोपाल खेमका पटना में अपने घर के गेट पर कार से पहुंचे ही थे कि वहां पहले से घात लगाए हुए हत्यारे ने पास जाकर उनको गोली मार दी और मौके से फरार हो गया। गोपाल खेमका की हत्या करने वाला हेलमेट पहने हुए था। इस वजह से उसकी पहचान करने में पुलिस को दिक्कत हो रही है। माना जा रहा है कि गोपाल खेमका की सुपारी किलिंग कराई गई। ऐसे में बिहार की जेलों में बंद अपराधियों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। गोपाल खेमका की हत्या की वजह भी सामने न आने से पुलिस के सामने ब्लैंक स्पॉट है।

गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी 2018 में गोली मारकर जान ली गई थी।

छह साल पहले 20 दिसंबर 2018 को गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी गोली मारकर हत्या हुई थी। उस वक्त दिन के करीब 11 बजे थे। गुजन खेमका की फैक्ट्री के बाहर कार खड़ी थी। उस वक्त एक बदमाश ने गुंजन खेमका पर तीन गोलियां चलाई थीं। इनमें से एक गोली गुंजन को और दो गोली उनके ड्राइवर की जांघ में लगी थी। दोनों को हाजीपुर के सदर अस्पताल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने गुंजन खेमका को मृत घोषित किया था। गुंजन खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने अरुण सिंह, अभिषेक उर्फ मस्तु वर्मा, आनंद कुमार चौधरी और राहुल आनंद उर्फ चीकू को आरोपी बनाया था। इनमें से अभिषेक उर्फ मस्तु वर्मा की भी दो साल पहले गोली मारकर हत्या की गई थी।

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