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कोविड से लड़ने के लिए 100 करोड़ का फंड देगा एसीटी, गुजरात सरकार को सहयोग का वादा

नई दिल्ली। कोविड से लड़ाई में स्टार्टअप आगे आए हैं। देश की स्टार्ट अप कंपनियों ने इसके वास्ते 100 करोड़ का फंड तैयार किया है। इस अभियान के तहत सरकारों को कोविड से लड़ने का समन्वित मैकेनिज्म प्रदान किया जाएगा। इसमें निरीक्षण, कोविड के संपर्कियों का पता लगाना, टेलीमेडीसिन, टेस्टिंग, पीपीपी, आईसीयू और मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करने के तरीके शामिल हैं।

दरअसल देश के कुछ प्रतिष्ठित स्टार्टअप एसीटी के बैनर तले इकट्ठा हुए हैं। एसीटी का आशय एक्शन कोविड टीम से है। एसीटी के इन्हीं सदस्यों ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी की अध्यक्षता में हुई एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हिस्सेदारी की। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का मकसद एसीटी के बारे में जागरूकता पैदा करना था ताकि राज्य सरकारों के साथ सहयोग करके कोविड 19 की अंतराष्ट्रीय महामारी से निपटा जा सके। उसे हराया जा सके।

इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम के प्रमुख सचिव एमके दास भी शामिल थे। इस 100 करोड़ की ग्रांट से उन चुनिंदा स्टार्ट अप और कंपनियों की मदद की जाएगी जो कोविड 19 से लड़ने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। ये वे कंपनियां हैं जो कोविड से लड़ने के लिए जरूरी साजो सामान की आपूर्ति कर रही हैं। इसमें पीसीआर टेस्टिंग किट, ट्रैकिंग एवं टेस्टिंग साल्यूशन, पीपीई सूट,  टेलीमेडिसिन आदि शामिल हैं।

केपीएमजी के सूरज मेहता ने इस पहल के मकसद और काम के तरीके को विस्तार से सामने रखा। इस दौरान उनके साथ कई एसीटी टीम मेंबर मौजूद थे। इनमें कालारी कैपिटल की एमडी मिस वानी कोला, सिकोकिया कैपिटल के एमडी राजन आनंनदम, केपीएमजी के मैनेजिंग पार्टनर प्रदीप उधास, अर्बन कंपनी के को फाउंडर अभिराज सिंह बहल, केपीएमजी के पार्टनर मोहिन भैन, केपीएमजी के डायरेक्टर सोनल वाघेला, कालारी कैपिटल की दर्शित वोरा, केपीएमजी इंडिया के अमृत मेननन शामिल थे। यह पहले केपीएमजी के सहयोग से चलाई जा रही है।

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