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Adhir Ranjan Suspended: अधीर रंजन को महंगा पड़ा PM मोदी पर बदजुबानी करना, गिरी गाज, लोकसभा से हुए सस्पेंड

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के गिरने को बीजेपी की बड़ी जीत के रूप में रेखांकित किया जा रहा है, चूंकि इस घटना से देशवासियों के बीच एक संदेश गया है कि मोदी सरकार के पास देश को विकसित करने की दिशा में एक मजबूत विजन है। अब इसे संयोग कहें या प्रयोग कि 2018 में यानी की 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था, लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी थी। विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव मोदी सरकार की उपलब्धियों के आगे टिक नहीं पाया। वहीं, आज भी सदन में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

जहां एक तरफ विपक्षी महज इंडिया-इंडिया के नारे लगते रहे, तो वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में अपनी सरकार की उपलब्धियों की फेहरिस्त से विपक्षियों को अवाक रहने पर मजबूर कर दिया। पीएम मोदी अपने संबोधन से यह साबित करने में सफल रहे कि कांग्रेस के पास इस देश के लिए कोई विजन नहीं है। बहरहाल, अब इसका आगामी लोकसभा चुनाव में आम जनता के सियासी मिजाज और इंडिया गठबंधन पर क्या कुछ असर पड़ता है? इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दे कि आज सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बदजुबानी करना महंगा पड़ गया।

 

बता दें कि संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के प्रस्ताव पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कांग्रेस नेता व लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को पीएम मोदी पर बदजुबानी करने के आरोप में सदन से निलंबत कर दिया। इससे पहले राज्यसभा सांसद संजय सिंह और लोकसभा से आप के एकमात्र सांसद सुशील कुमार रिंकू को भी सदन से दिल्ली लोक सेवा बिल की प्रति लोकसभा स्पीकर के वेल के समक्ष आकर फाड़ने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। वहीं, अब ताजा मामले में बात अगर अधीर रंजन चौधरी की करें, तो उन्होंने आज मणिपुर मुद्दे को लेकर पीएम मोदी की तुलना धृतराष्ट्र से कर दी थी।

दरअसल, उन्होंने पीएम मोदी को लेकर कहा था कि “जब धृतराष्ट्र अंधे थे, तब द्रौपदी का वस्त्र हरण हुआ था, आज भी राजा अंधे बैठे हैं…मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं है।” उन्होंने आगे अपने बयान में कहा कि, ‘अविश्वास प्रस्ताव की ताकत आज प्रधानमंत्री को संसद में ले आई है। हममें से कोई भी इस अविश्वास प्रस्ताव के बारे में नहीं सोच रहा था। हम केवल मांग कर रहे थे कि पीएम मोदी संसद में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बोलें। हम हम किसी बीजेपी सदस्य को संसद में आने की मांग नहीं कर रहे थे, हम सिर्फ अपने पीएम को आने की मांग कर रहे थे। इस बीच अधीर ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि आप 100 बार प्रधानमंत्री बनिए। उससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।

इस बीच जैसे ही पीएम मोदी की लोकसभा में आमद हुई, तो उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में ही सबसे पहले अधीर रंजन चौधरी को निशाने पर लिया। जिसमें उन्होंने अधीर की बेचारगी पर तंज कसा। उन्होंने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अब कांग्रेस बंगाल से अधीर को हटाने की तैयारी में जुट गई है।

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