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West Bengal: बीरभूम मामले पर आमने-सामने आई कांग्रेस और टीएमसी, अधीर रंजन ने उठा दी ये मांग

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा के बाद राज्य की सियासत में जबरदस्त भूचाल आ गया है। पूरी घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है। हिंसा के बाद बीजेपी कार्यकर्ता ममता बनर्जी के इस्तीफे और बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। बीजेपी के अलावा अब कांग्रेस पार्टी ने भी हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए ममता बनर्जी का विरोध किया है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल में संविधान के अनुच्छेद 355 को लागू करने का आग्रह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से किया है।

दरअसल, मंगलवार को बीरभूम जिले में कथित तौर पर एक टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या के बाद रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बोगतुई गांव में हिंसा भड़क गई थी । बोगतुई गांव समेत कई गांवों में आगजनी की घटनाएं हुई, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 38 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हिंसा के बाद अब केंद्र ने इस मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। अग्निकांड में करीब 40 घरों को आग के हवाले किया गया, जो पूरी तरह खाक हो गए हैं।

घटना को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा, ‘मामले की जांच के लिए SIT गठित करने से कुछ नहीं होगा। बंगाल में लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। राज्य की कानून व्यवस्था दिन पर दिन चरमाती जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं इस मामले को लेकर राष्ट्रपति से मिलूंगा और उन्हें अनुच्छेद 355 लागू करने का सुझाव दूंगा।’

हिंसा के बाद बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी ममता सरकार पर निशाना साधते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बीते एक हफ्ते में 26 हत्याएं हो चुकी हैं। केंद्र को हस्तक्षेप करना चाहिए और बंगाल में स्थिति को अपने नियंत्रण में लेने के लिए धारा 356 (राष्ट्रपति शासन) या 355 लागू करनी चाहिए।’

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