नूंह। हरियाणा के सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित नूंह में कर्फ्यू जारी है। नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की यात्रा के दौरान जमकर सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इस हिंसा की आग गुरुग्राम के सोहना और पलवल तक पहुंची थी। इन तीनों ही जगह पथराव और खूब आगजनी के मामले हुए थे। हिंसा में हरियाणा होमगार्ड के दो जवान समेत 6 लोगों की जान भी गई। इसके बाद केंद्रीय बलों की मदद से नूंह, सोहना और पलवल को छावनी में बदला गया है। हरियाणा सरकार ने भोंडसी से अपनी हथियारबंद पुलिस के हेडक्वॉर्टर को भी शांति स्थापना के लिए नूंह में तैनात कर दिया है।
#WATCH हरियाणा: नूंह में दो समूहों के बीच झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है और जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। pic.twitter.com/2WuWqqNY5b
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 3, 2023
नूंह, फरीदाबाद, पलवल, सोहना, पटौदी और मानेसर में मोबाइल इंटरनेट सेवा को 5 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है। हरियाणा पुलिस ने हिंसा के हर मामले की जांच के लिए अलग-अलग एसआईटी के गठन का भी फैसला किया है। अब तक सांप्रदायिक हिंसा के मामले में हरियाणा पुलिस ने 116 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, 90 के करीब लोग हिरासत में लिए गए हैं। जिनके बारे में गहन छानबीन की जा रही है। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और गृहमंत्री अनिल विज पहले ही कह चुके हैं कि एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। खट्टर ने बुधवार को ये भी कहा था कि निजी संपत्ति को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई दंगाइयों से ही कराई जाएगी।
नूंह में कारोबारियों के संगठन ने सरकार से जलाई गई दुकानों के अलावा पथराव में नष्ट हुई अपनी संपत्ति का मुआवजा देने का आग्रह किया है। सूत्रों के मुताबिक इनका सर्वे कराकर नुकसान का जायजा सरकार लेगी और फिर दंगाइयों की संपत्ति को जब्त कर उन्हें बेचकर मिले धन से कारोबारियों और आम लोगों का नुकसान पूरा किया जाएगा। इस बीच, हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मीडिया को बताया है कि 21 जुलाई से 31 जुलाई के बीच इस बारे में जो भी सोशल मीडिया पोस्ट किए गए, उनको भी पुलिस देख रही है। जिन्होंने भी सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की साजिश रची, उनको भी पुलिस नहीं बख्शेगी।